Hazaribagh Hunt: हजारीबाग में 'कोयला किंग' की दहशत खत्म! रात 9 बजे पचड़ा जंगल में पुलिस का खूंखार ऑपरेशन! लेवी मांगने वाले PLFI के दो उग्रवादी दबोचे
क्या आप जानते हैं कि हजारीबाग के पचड़ा जंगल में पुलिस ने रात 9 बजे घेराबंदी करके किन दो कुख्यात उग्रवादियों को दबोचा जो PLFI के नाम पर कोयला कंपनियों से लेवी मांग रहे थे? क्या रंगदारी के पीछे का मास्टरमाइंड भाग गया? जानिए प्रदीप गंझु और विनय कुमार का वह भयानक अपराधिक इतिहास जिसने पूरे कोयला क्षेत्र को दहला रखा था!
हजारीबाग, 28 अक्टूबर 2025 – झारखंड के हजारीबाग स्थित कोयला क्षेत्र में पिछले काफी समय से दहशत और रंगदारी का एक काला अध्याय चल रहा था, जिसका अंत बीती रात पुलिस के एक साहसिक ऑपरेशन के बाद हुआ। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के नाम पर कोयला कंपनियों से लेवी वसूली की धमकी देने वाले दो कुख्यात उग्रवादियों को हजारीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों की पहचान प्रदीप कुमार गंझु और विनय कुमार के रूप में हुई है, जिन पर हत्या से लेकर रंगदारी और यूएपीए तक के गंभीर मामले दर्ज हैं।
गुप्त सूचना पर रात का ऑपरेशन: पचड़ा जंगल में घेराबंदी
यह कार्रवाई पुलिस कप्तान अंजनी अंजन को मिली एक गुप्त सूचना पर आधारित थी। पुलिस को खबर मिली थी कि केरेडारी थाना क्षेत्र के पगार ओपी अंतर्गत पचड़ा जंगल में T S P C (उल्लेखनीय है कि पीएलएफआई नहीं) के कुछ सदस्य किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
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SDPO की टीम सक्रिय: सूचना मिलते ही बड़कागांव S D P O पवन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी दल का गठन किया गया।
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अंधेरे का फायदा: रात करीब सवा नौ बजे जब छापामारी दल पचड़ा जंगल पहुँचा, तो वहाँ मौजूद तीन संदिग्ध पुलिस बल को देखते ही भागने लगे। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर दो उग्रवादियों— प्रदीप गंझु और विनय कुमार— को मौके पर ही दबोच लिया। हालांकि, तीसरा व्यक्ति घने अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा, जो अब पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है।
PLFI के नाम पर दहशत: बरामदगी ने खोली पोल
गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से जो सामान बरामद हुआ है, वह साफ तौर पर कोयला कंपनियों में दहशत फैलाने की साजिश की ओर इशारा करता है:
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आपराधिक सामग्री: पुलिस ने PLFI के 12 पर्चे और एक हस्तलिखित पोस्टर (धमकी भरे संदेशों के साथ), तीन एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक राउटर और एक पल्सर मोटरसाइकिल (नंबर JH02AS-8160) बरामद किया है।
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लेवी की मांग: पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने N T P C के अंतर्गत कार्यरत एमडीओ कंपनियों (ऋत्विक, बीजीआर) और C C L चंद्रगुप्त G M कार्यालय को कई बार फोन और संदेश भेजकर लेवी की मांग की थी। उन्होंने यह भी बताया कि 20-21 सितंबर 2025 की रात को पगार थाना क्षेत्र में PLFI के नाम से धमकी भरे पर्चे लगाए थे, जिससे कोयला कंपनियों में डर का माहौल बनाया जा सके।
कौन हैं ये कुख्यात उग्रवादी? अपराधिक इतिहास है लंबा
गिरफ्तार दोनों उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास अत्यंत लंबा और गंभीर है, जिसने झारखंड के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में आतंक फैला रखा था:
| उग्रवादी का नाम | दर्ज प्रमुख मामले |
| प्रदीप कुमार गंझु | सिमरिया थाना: रंगदारी, उग्रवाद और यूएपीए एक्ट। बालूमाथ थाना: हत्या और शस्त्र अधिनियम। गिद्धौर थाना: मारपीट, रंगदारी और CLA एक्ट। |
| विनय कुमार | टंडवा थाना: रंगदारी और CLA एक्ट। केरेडारी थाना: शस्त्र अधिनियम और BNS-23 की कई धाराओं के तहत नया मामला। |
इनकी गिरफ्तारी से हजारीबाग और निकटवर्ती कोयला उत्पादन क्षेत्रों में उग्रवादी गतिविधियों पर एक बड़ा झटका लगा है। पुलिस अब फरार तीसरे आरोपी की तलाश में जुट गई है, जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड हो सकता है।
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