Ranchi Tragedy: तालाब ने निगला युवक को! मधुकम में दोस्तों के साथ नहा रहा था, अचानक गहराई में डूबा – क्या थी डूबने की असली वजह?
रांची के मधुकम तालाब में दोपहर में नहाने गया युवक अचानक गायब क्यों हो गया? क्या तालाब की गहराई का सही अंदाजा नहीं लगा पाया, या इसके पीछे कोई और रहस्य है? NDRF और गोताखोरों ने कितनी मशक्कत के बाद युवक का शव निकाला? जानिए रांची के इस तालाब में बार-बार हो रहे हादसों की पूरी कहानी और ताज़ा पहचान!
रांची, 28 अक्टूबर 2025 – झारखंड की राजधानी रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र स्थित मधुकम तालाब में मंगलवार को एक हृदय विदारक घटना सामने आई, जब अपने दोस्तों के साथ नहाने गया एक युवक अचानक गहराई में डूब गया। इस दुखद हादसे ने न केवल उसके परिवार और दोस्तों को गहरे शोक में डुबो दिया है, बल्कि मधुकम तालाब की खतरनाक गहराई को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सूचना मिलने पर पहुंची सुखदेव नगर थाना की पुलिस के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान था, क्योंकि युवक की तलाश में स्थानीय गोताखोरों के साथ-साथ एनडीआरएफ (NDRF) की टीम को भी बुलाया गया।
नजरों से हुआ ओझल: दोस्तों को नहीं मिला संभलने का मौका
बताया जा रहा है कि युवक अपने कुछ दोस्तों के साथ मधुकम तालाब में नहाने उतरा था। तालाब की सतह से अनजान, वह अचानक गहरे पानी के क्षेत्र में चला गया और डूबने लगा।
युवक के दोस्तों के अनुसार, वह पानी में उतरा और कुछ ही पल में नजर नहीं आया। जब तक दोस्तों को स्थिति की गंभीरता का अहसास हुआ और वे मदद के लिए चिल्लाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तालाब की गहरी और अशांत सतह ने उसे अपने अंदर समा लिया था।
NDRF और गोताखोरों की 5 घंटे की जंग
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। सुखदेव नगर पुलिस ने देरी न करते हुए मौके पर एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी जमा हो गए थे, जो चिंतित होकर बचाव अभियान देख रहे थे।
एनडीआरएफ के विशेषज्ञ गोताखोरों ने कई घंटों तक तालाब के गहरे पानी में युवक की तलाश की। लगभग पाँच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को बाहर निकाला जा सका।
शव मिलते ही मौके पर मौजूद लोगों और युवक के दोस्तों के बीच मातम पस गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है, ताकि डूबने के कारण मौत की आधिकारिक पुष्टि हो सके।
रांची के तालाबों का ‘मौत का ट्रैक रिकॉर्ड’
यह घटना रांची के तालाबों में सुरक्षा के अभाव और गहराई के खतरे को एक बार फिर उजागर करती है। हाल ही में छठ पूजा के दौरान और अन्य समय पर भी झारखंड के विभिन्न जलाशयों में डूबने से कई लोगों, विशेषकर बच्चों और युवकों, की जान जा चुकी है।
मधुकम तालाब जैसे प्राकृतिक जलस्रोत कई जगहों पर अचानक गहरे हो जाते हैं, और चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा व्यवस्था की कमी के चलते युवक अक्सर इन खतरों को समझ नहीं पाते।
पुलिस अब मृतक युवक की पहचान स्थापित करने और उसके परिवार तक पहुंचने की प्रक्रिया में जुटी हुई है। इस घटना ने रांची के लोगों को यह चेतावनी दी है कि वे तालाबों और खदानों के असुरक्षित पानी से दूर रहें, खासकर जब गहराई का अंदाजा न हो।
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