Jharkhand Weather : चक्रवात 'मोंथा' की एंट्री! रांची, सिमडेगा समेत 15 जिलों पर सबसे बड़ा खतरा – 31 अक्टूबर तक भारी बारिश का रेड अलर्ट!
'मोंथा' चक्रवात क्यों बन गया है भीषण तूफान? झारखंड में किन 15 जिलों में 31 अक्टूबर तक सबसे ज्यादा तबाही की आशंका है? रांची, बोकारो और हजारीबाग में मौसम का मिजाज अचानक क्यों बदलेगा? जानिए थाईलैंड के 'सुगंधित फूल' वाले इस तूफान का पूरा ट्रैक और अपने शहर के लिए जारी की गई ताज़ा चेतावनी!
बंगाल की खाड़ी से उठा 'सुगंधित फूल' यानी चक्रवात 'मोंथा' अब भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है, और इसका सीधा असर झारखंड के जनजीवन पर पड़ने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 31 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसने प्रशासन और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
बंगाल की खाड़ी का 'खतरनाक' फूल
थाई भाषा में 'मोंथा' का अर्थ होता है 'सुगंधित फूल', लेकिन यह नाम अब झारखंड और पड़ोसी राज्यों के लिए गहरे खतरे का संकेत दे रहा है।
IMD के अनुसार, यह चक्रवात मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे तक एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया था। यह तूफान इस समय मछलीपट्टनम से 190 किमी दक्षिण-पूर्व और विशाखापत्तनम से 340 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।
तूफान का ट्रैक: आंध्र से झारखंड की ओर तेज रफ्तार
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि चक्रवात 'मोंथा' उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसकी पूरी आशंका है कि यह मंगलवार की शाम और रात के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में आंध्र प्रदेश के तट को पार करेगा।
तट से टकराते समय हवा की अधिकतम गति 90-100 किमी प्रति घंटा होगी, जो झोंकों में 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है! आंध्र तट से टकराने के बाद, इसके प्रभाव से झारखंड की ओर तेज बारिश और हवाओं का दौर शुरू हो जाएगा।
झारखंड में तबाही का '3 दिवसीय अलर्ट'
चक्रवात के असर से झारखंड में 31 अक्टूबर तक मौसम बेहद खराब रहने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के लिए जिलेवार चेतावनी जारी की है:
1. मंगलवार (28 अक्टूबर):
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प्रभावित जिले: सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और गुमला।
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चेतावनी: इन जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलजमाव हो सकता है।
2. बुधवार (29 अक्टूबर):
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प्रभावित जिले: चतरा, गढ़वा, लातेहार और पलामू।
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चेतावनी: इन जिलों के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश (Very Heavy Rainfall) देखने को मिल सकती है। लोगों को वज्रपात (बिजली गिरने) से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
3. गुरुवार और शुक्रवार (30 और 31 अक्टूबर):
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प्रभावित जिले (उत्तरी और मध्य झारखंड): गिरिडीह, कोडरमा, लोहरदगा, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला।
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प्रभावित जिले (संथाल परगना): दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहेबगंज।
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चेतावनी: इन सभी जिलों में भारी बारिश की आशंका है।
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सबसे बड़ा खतरा: रांची समेत मध्य झारखंड में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, जिससे बिजली के खंभे गिरने और पेड़ों के उखड़ने का खतरा बना रहेगा।
प्रशासन और जनता से अपील
मौसम विभाग ने लोगों से बिना ज़रूरी काम के घर से बाहर न निकलने और असुरक्षित स्थानों पर जाने से बचने की अपील की है। प्रशासन ने सभी आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
यह तूफान दशहरा और आने वाले त्योहारों के मौसम में एक बड़ी बाधा पैदा कर सकता है। सुरक्षित रहने के लिए मौसम के हर अपडेट पर नज़र रखना अनिवार्य है।
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