Health Facilities in Jharkhand : पलामू अस्पताल में वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर का अचानक निरीक्षण, अस्पताल की हालत देख हुए भड़क!
पलामू के MMCH अस्पताल का निरीक्षण करते हुए वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर भड़के। अस्पताल की गंदगी और चिकित्सकों की लापरवाही पर जताई नाराजगी। जानिए पूरी खबर!
पलामू:झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर शनिवार को पलामू जिले के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (MMCH) का अचानक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की बदहाल स्थिति देखी, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। अस्पताल के अव्यवस्थित हालात और चिकित्सकों की लापरवाही पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई और सुधार की सख्त हिदायत दी।
अस्पताल में लापरवाही पर वित्त मंत्री का गुस्सा
राधाकृष्ण किशोर ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कई चिकित्सक ड्यूटी से अनुपस्थित थे, जो उनके लिए एक बड़ा झटका था। उन्होंने चिकित्सकों को जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हुए कार्य प्रणाली में सुधार की बात की। वित्त मंत्री ने कहा कि अस्पताल की स्थिति इतनी खराब है कि यहां स्वस्थ लोग भी बीमार हो जाएंगे। अस्पताल परिसर में गंदगी का मंजर देखकर वे और भी आक्रोशित हो गए। उनके अनुसार, यह बहुत ही चिंताजनक स्थिति है और यहां स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर सुधार की आवश्यकता है।
मरीजों से मुलाकात और उनकी समस्याएं सुनीं
राधाकृष्ण किशोर ने अस्पताल के दौरे के दौरान कई मरीजों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने देखा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य पर खर्च करने के बावजूद मरीजों को बेहतर सेवाएं नहीं मिल रही हैं, जो एक चिंता का विषय है। मंत्री ने कहा कि सामान्य मामलों में भी मरीजों को इलाज के बजाय रेफर कर दिया जाना, कोई समाधान नहीं हो सकता। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इस पर तुरंत ध्यान देने की अपील की।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जरूरत
मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद यह साफ हो गया है कि यहां की व्यवस्थाएं बेहद खराब हैं और उन्हें तुरंत सुधारने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार निवेश कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर यह निवेश सही तरीके से नहीं दिख रहा है।
उनकी नाराजगी की वजह यह भी थी कि यहां के अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी थी। अस्पताल में साजो-सामान, बिस्तर, दवाइयां और जरूरी चिकित्सा उपकरणों की कमी थी, जो मरीजों के इलाज में बाधा डाल रही थी।
क्या था मंत्री का संदेश?
मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वह और कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसे लागू करने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अस्पतालों को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन को गंभीरता से काम करना होगा।
पलामू जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति
पलामू जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति हमेशा से ही विवादों में रही है। पिछली सरकारों में भी कई बार अस्पतालों की बदहाली पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर मेडिकल संस्थानों को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इन सुधारों का प्रभाव नजर नहीं आता।
नए कदम और उम्मीदें
राधाकृष्ण किशोर की इस कार्रवाई के बाद पलामू के लोगों को उम्मीद है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे अस्पतालों के हालात सुधारने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे और यदि ज़रूरत पड़ी तो वे और कड़ी कार्रवाई करेंगे।
क्या इस बार सरकार अस्पतालों के सुधार के लिए ठोस कदम उठाएगी? क्या पलामू के अस्पतालों की हालत सुधरेगी? यह सवाल अब पलामूवासियों के मन में है।
आप भी अपनी राय साझा करें और जानें कि क्या पलामू के अस्पतालों में सुधार की उम्मीद जगी है!
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