Bengabad Escape: नाबालिग को भगा ले गया आशिक, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार!
झारखंड के बेंगाबाद में एक नाबालिग लड़की को प्रेम जाल में फंसाकर भगाने का सनसनीखेज मामला! पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी को, जानें पूरी कहानी।

झारखंड के बेंगाबाद थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। होली खेलने के बहाने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन चुका है।
पुलिस की मुस्तैदी से न सिर्फ लड़की को सकुशल बरामद कर लिया गया, बल्कि आरोपी को जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंचा दिया गया। लेकिन सवाल यह है कि आखिर युवक इतनी आसानी से लड़की को भगाने में कैसे कामयाब हुआ?
कैसे रची गई भगाने की साजिश?
होली के मौके पर जब पूरा गांव रंगों में सराबोर था, तभी एक नाबालिग लड़की घर से बाहर निकली। लेकिन शाम तक जब वह वापस नहीं आई, तो परिजनों के होश उड़ गए।
खोजबीन शुरू हुई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ—लड़की को ताराटांड़ थाना क्षेत्र के मोहलीडीह गांव के युवक विशाल मंडल ने बहला-फुसलाकर अपनी बाइक पर बैठा लिया और फरार हो गया।
परिवार ने तुरंत बेंगाबाद थाना में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी?
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन को ट्रैक किया और विशाल मंडल के घर मोहलीडीह में छापेमारी की।
रविवार को पुलिस ने दोनों को बरामद कर लिया।
- आरोपी विशाल मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे सीधे जेल भेज दिया गया।
- वहीं, लड़की को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।
- परिजनों ने बेटी की सुरक्षित वापसी पर राहत की सांस ली।
क्या है ऐसे मामलों का इतिहास?
भारत में नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर भगाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, हर साल हजारों लड़कियां इस तरह के मामलों की शिकार होती हैं।
- झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में इस तरह की घटनाएं सबसे ज्यादा सामने आती हैं।
- 2019 में झारखंड में 1,200 से अधिक ऐसे मामले दर्ज किए गए थे।
कानून क्या कहता है?
भारतीय कानून के तहत, 18 साल से कम उम्र की लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाता है।
- IPC की धारा 363 (अपहरण) और POCSO एक्ट के तहत आरोपी को कठोर सजा दी जा सकती है।
- अगर लड़की से कोई गलत हरकत की जाती है, तो आरोपी को आजीवन कारावास भी हो सकता है।
क्या अब भी खतरे में हैं लड़कियां?
हालांकि, पुलिस की कार्रवाई तेज़ रही और लड़की को बचा लिया गया, लेकिन यह सवाल उठता है कि आखिर इस तरह की घटनाओं को पूरी तरह रोका कैसे जाए?
- क्या माता-पिता को अपनी बेटियों पर ज्यादा नजर रखनी चाहिए?
- क्या समाज में इस तरह की घटनाओं को लेकर और सख्त कानूनों की जरूरत है?
- क्या स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है?
आगे क्या होगा?
फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है।
बेंगाबाद की यह घटना एक बड़ा सबक है कि कैसे छोटी-सी लापरवाही बड़ी मुसीबत बन सकती है।
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