Noamundi Murder: गांजा पीने के लिए पैसे नहीं दिए, तो पोते ने दादी का गला घोंट दिया!
झारखंड के नोवामुंडी में दिल दहला देने वाली घटना! नशे के लिए पैसे ना देने पर पोते ने अपनी ही दादी की बेरहमी से हत्या कर दी। गांव वालों ने आरोपी को कैसे पकड़ा? जानें पूरी कहानी।

झारखंड के नोवामुंडी के तोड़ेतोपा बस्ती में शनिवार की शाम एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। 21 वर्षीय सचिन बारजो ने अपनी ही दादी दोशमा बारजो (66) की गला दबाकर हत्या कर दी। वजह इतनी चौंकाने वाली थी कि पूरे गांव में सनसनी फैल गई—गांजा पीने के लिए पैसे नहीं मिले, तो पोते ने निर्दयता से अपनी दादी को मार डाला।
लेकिन अपराध के बाद जब सचिन गांव से फरार होने की कोशिश कर रहा था, तब ग्रामीणों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
कैसे हुई वारदात?
शनिवार की शाम गांव में अचानक हड़कंप मच गया, जब सचिन की दादी दोशमा बारजो घर के आंगन में मृत पाई गईं। पड़ोसियों के अनुसार, सचिन गांजा पीने का आदी था और उस शाम उसने अपनी दादी से नशे के लिए पैसे मांगे थे।
लेकिन जब दादी ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो गुस्से में सचिन ने उनका गला घोंट दिया। हत्या करने के बाद वह गांव से भागने की फिराक में था, लेकिन ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
आरोपी की कहानी: बचपन से ही दर्दनाक जिंदगी
गांववालों ने बताया कि सचिन के पिता की मौत तब हो गई थी, जब वह सिर्फ 10 साल का था। पति की मृत्यु के बाद उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली और सचिन को उसकी दादी ने पाला-पोसा।
लेकिन बचपन में मां-बाप का साथ छूटने का दर्द सचिन को गलत रास्ते पर ले गया। वह धीरे-धीरे नशे की लत में पड़ गया और गांजा पीने लगा।
गांववालों ने कैसे पकड़ा आरोपी?
हत्या के बाद सचिन को लगा कि वह चुपचाप गांव छोड़कर भाग जाएगा और किसी को पता भी नहीं चलेगा। लेकिन गांव के कुछ लोगों को पहले ही शक हो गया था।
- जैसे ही सचिन भागने की कोशिश करने लगा, ग्रामीणों ने उसे घेर लिया।
- गांववालों ने उसे दौड़ाकर पकड़ा और पुलिस को सूचना दी।
- महूदी गांव के डाकुवा को खबर दी गई, जिसने तुरंत ग्रामीण मुंडा अजय लागुरी को सूचना दी।
- करीब 9 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और सचिन को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई और शव का पोस्टमार्टम
- एएसआई पूर्णिमा कुमारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
- दादी दोशमा बारजो के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेजा गया।
- सचिन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।
झारखंड में बढ़ते नशे के अपराध
झारखंड में नशे की वजह से अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
- NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के अनुसार, झारखंड में हर साल सैकड़ों अपराध नशे की वजह से होते हैं।
- गांवों में गांजा और शराब का सेवन बढ़ रहा है, जिससे युवा अपराध की ओर बढ़ रहे हैं।
- नोवामुंडी और चाईबासा जैसे इलाकों में भी नशे की वजह से कई अपराध सामने आए हैं।
समाज के लिए बड़ा सवाल: आखिर जिम्मेदार कौन?
इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
- अगर बचपन में ही सचिन को सही मार्गदर्शन मिलता, तो क्या वह अपराध की दुनिया में जाता?
- नशे की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए क्या सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए?
- क्या माता-पिता को अपने बच्चों की सही परवरिश पर ध्यान देने की जरूरत है?
क्या होगा आगे?
फिलहाल, सचिन अब पुलिस की हिरासत में है और जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
नोवामुंडी की यह घटना एक कड़वा सच उजागर करती है—नशा सिर्फ एक इंसान को नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है।
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