Nawada Cold: ठंड ने मचाई तबाही, कोहरे और शीतलहर ने ट्रैफिक और जनजीवन को किया प्रभावित!
नवादा जिले में ठंड, कोहरा और शीतलहर से ट्रक और ट्रेन संचालन पर असर, जनजीवन अस्त-व्यस्त। जानें कैसे बढ़ी ठंड और क्या हैं इसके असर।
नवादा जिले में ठंड ने इस बार ऐसा असर दिखाया है कि न केवल जनजीवन बल्कि वाहनों का संचालन भी प्रभावित हो गया है। पिछले छह दिनों से कड़ाके की ठंड और घना कोहरा ने लोगों के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल बना दिया है। शीतलहर के चलते हाइवे पर वाहनों की रफ्तार में भी कमी आई है, वहीं ट्रेन सेवाएं भी कोहरे के कारण प्रभावित हो रही हैं।
कोहरे का असर: ट्रेनें और वाहन दोनों ही प्रभावित
घने कोहरे के कारण ट्रेनों की गति भी धीमी हो गई है, और सुरक्षा के लिए फॉग सिग्नल लगाकर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। हावड़ा -गया एक्सप्रेस, जो अक्सर अपने समय पर चलती है, इस बार वारिसलीगंज स्टेशन पर लगभग 45 मिनट की देरी से पहुंची। हालांकि रेलवे विभाग ने फॉग सिग्नल के जरिए स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन कोहरे के कारण ट्रेनों की गति कम हो रही है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
ठंड और शीतलहर का कहर
नवादा जिले में ठंड का पारा लगातार गिर रहा है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री और अधिकतम 18 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ठंड के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, और अगर कुछ समय के लिए धूप निकल भी रही है, तो वह इतनी कम है कि उससे ठंड में राहत नहीं मिल रही है। ठंड का असर खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा हो रहा है।
ग्रामीण इलाकों में ज्यादा ठंड, अस्पतालों में भी परेशानी
रजौली अनुमंडल के जंगली और पहाड़ी इलाकों में ठंड का असर अधिक है। जिला प्रशासन ने ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था तो की है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं हो रही है। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है, जहां ठंड के कारण अधिकांश लोग कोल्ड से प्रभावित हैं। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों के लिए हीटर जैसी सुविधाएं नहीं हैं, जिससे उनकी परेशानी बढ़ रही है।
सड़क पर वाहनों की गति हुई धीमी
एनएच-20 पर भी वाहनों की गति में काफी कमी आई है। सड़क पर कोहरे के कारण वाहनों के ड्राइवरों को कम रफ्तार से गाड़ी चलानी पड़ रही है। लोग दिन के समय भी लाईट जलाकर यात्रा कर रहे हैं। कोहरे की चादर में सारा शहर ढका हुआ है, और कई बार तो वाहन चलाना भी मुश्किल हो जा रहा है। इस स्थिति में सड़क हादसों का डर बना हुआ है।
बिजली संकट और जनजीवन पर असर
गोविंदपुर में रविवार और सोमवार की रात को बिजली की कटौती ने भी लोगों को परेशान किया। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई, और लोग अपने मोबाइल तक चार्ज नहीं कर पा रहे थे। बिजली की स्थिति इतनी अस्थिर हो गई है कि लोग कब बिजली आएगी और कब जाएगी, यह नहीं जान पा रहे हैं।
नवादा जिले में इस साल की ठंड ने जो असर दिखाया है, वह कई सालों में नहीं देखा गया था। ठंड, कोहरा, और शीतलहर ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि वाहनों का संचालन भी मुश्किल बना दिया है। फिलहाल ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं, और आगामी दिनों में ठंड का प्रकोप जारी रहने की संभावना जताई जा रही है।
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