Jharkhand Results: चुनावी संग्राम का फैसला आज, किसके सिर सजेगा ताज?
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आज आएंगे। एनडीए और इंडिया गठबंधन में कांटे की टक्कर। किसके सिर सजेगा सत्ता का ताज? पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड में 39 दिनों से चल रहे राजनीतिक महासंग्राम का फैसला आज होगा। झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे शनिवार को घोषित किए जाएंगे। झारखंड की सभी 81 सीटों के लिए हुए चुनाव में कुल 1211 प्रत्याशियों ने भाग लिया। अब सबकी नजर इस बात पर है कि सत्ता की चाबी एनडीए के हाथ में जाएगी या इंडिया गठबंधन सत्ता में वापसी करेगा।
इतिहास के आईने में झारखंड चुनाव
15 नवंबर 2000 को झारखंड के गठन के बाद से राज्य में अब तक कई सियासी उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। पिछला विधानसभा चुनाव 2019 में हुआ था, जिसमें झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था। 2014 में भाजपा ने 37 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 में उसकी सीटें घटकर 25 रह गईं।
इस बार के चुनाव में रिकॉर्ड 67.74% मतदान हुआ, जो झारखंड के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक है। इस आंकड़े ने चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है, क्योंकि बढ़े हुए मतदान का असर नतीजों पर देखने को मिलेगा।
मतगणना का कार्यक्रम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। झारखंड के 24 केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
- सुबह 8:00 बजे: पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी।
- सुबह 8:30 बजे: ईवीएम की गिनती आरंभ होगी।
- सुबह 9:30 बजे: शुरुआती रुझान सामने आने लगेंगे।
- शाम 4:00 बजे: अधिकतर सीटों के नतीजे आ जाएंगे।
- शाम 5:00 बजे तक: अंतिम परिणाम आने की संभावना है।
प्रमुख सीटों पर टिकी नजरें
इस चुनाव में कई हॉट सीटें चर्चा में हैं, जहां से बड़े नेताओं का भाग्य तय होगा।
- बरहेट: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
- गांडेय: कल्पना सोरेन
- चंदनकियारी: अमर कुमार बाउरी (भाजपा)
- सिल्ली: सुदेश महतो (आजसू प्रमुख)
- सरायकेला: चंपाई सोरेन
इन सीटों पर मुकाबला कड़ा है, और इनके नतीजे झारखंड की सियासी तस्वीर को बड़ा मोड़ दे सकते हैं।
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता पर जोर
चुनाव आयोग ने इस बार मतगणना प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए कड़े प्रबंध किए हैं।
- प्रत्येक मतगणना टेबल पर एक सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) नियुक्त किया गया है।
- उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की मौजूदगी में डाक मतपत्रों की निष्पक्ष गणना सुनिश्चित की जाएगी।
- मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर सख्त पाबंदी है।
क्या कहते हैं एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल ने झारखंड चुनाव को लेकर मिले-जुले अनुमान दिए हैं। कुछ पोल एनडीए को बढ़त दे रहे हैं, तो कुछ ने इंडिया गठबंधन की वापसी का दावा किया है। खासकर हेमंत सोरेन की लोकप्रियता और भाजपा की रणनीति के बीच मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
2019 और 2024 के समीकरण
2019 में झामुमो ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस को 16 सीटें और राजद को 1 सीट मिली थी। इस गठबंधन ने 47 सीटों के साथ आसानी से बहुमत प्राप्त कर लिया था। भाजपा को 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।
इस बार के चुनाव में एनडीए ने अपनी रणनीति को और मजबूत किया है, जबकि इंडिया गठबंधन अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश कर रहा है।
क्या हो सकता है परिणाम?
झारखंड की राजनीति हमेशा से अप्रत्याशित रही है। इस बार के चुनाव में जनता ने किसे अपना नेता चुना है, इसका जवाब आज शाम तक मिल जाएगा।
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