Hazaribagh Heist: हजारीबाग के बरकट्ठा में सीमेंट व्यवसायी के घर डकैती, पिता-पुत्र को बंधक बनाकर बंधूक की बट से मारा, 6 लाख नकद समेत आभूषण लूटे
झारखंड के हजारीबाग जिले के बरकट्ठा स्थित गोरहर थाना क्षेत्र में बीती रात नकाबपोश अपराधियों ने सीमेंट व्यवसायी सुनील कुमार पांडेय के घर में घुसकर उन्हें और उनके बेटे को बंधक बनाया। अपराधियों ने मारपीट कर करीब 6 लाख नकद और सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए। पुलिस जांच में जुटी है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
झारखंड के हजारीबाग जिले में अपराधियों का खौफनाक बोलबाला बढ़ता जा रहा है। जिले के बरकट्ठा स्थित गोरहर थाना क्षेत्र में बीती रात नकाबपोश अपराधियों ने एक बड़ी और साहसिक डकैती को अंजाम दिया, जिसने स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया है। सीमेंट व्यवसायी सुनील कुमार पांडेय के घर और दुकान में घुसकर अपराधियों ने उन्हें और उनके बेटे को बंधक बनाया और हथियार की नोक पर करीब 6 लाख रुपए नकद समेत सोने-चांदी के कीमती आभूषण लूट लिए।
जानकारी के अनुसार, नकाबपोश अपराधकर्मी देर रात सबसे पहले दुकान में धावा बोले। वहां उन्होंने व्यवसायी सुनील कुमार पांडेय को हथियार का डर दिखाकर जबरन घर के ऊपरी तल पर ले गए। वहां पहले से मौजूद उनके बेटे सुमित कुमार पांडेय को भी बंधक बना लिया। इस दौरान लुटेरों ने सिर्फ लूटपाट ही नहीं की, बल्कि पिता-पुत्र के साथ क्रूरतापूर्ण मारपीट भी की।
बंदूक की बट से हमला: बेटे को किया जख्मी
लूट की इस घटना में अपराधियों की क्रूरता चरम पर थी। उन्होंने व्यवसायी और उनके बेटे को हथियार की नोक पर बंधक बनाकर मारा-पीटा। विरोध करने पर सुमित कुमार पांडेय को बंदूक की बट से मारकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। इसके बाद अपराधियों ने घर में जमकर उत्पात मचाया और करीब छह लाख रुपए नकद समेत सारा कीमती सामान और आभूषण लूटकर आसानी से फरार हो गए।
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पुलिस की दबिश: घटना की सूचना मिलते ही बरही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) अजीत कुमार विमल के नेतृत्व में बरकट्ठा सर्किल इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी व गोरहर थाना प्रभारी नीतीश कुमार सदलबल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सबसे पहले पीड़ित परिवार को बरकठ्ठा सामुदायिक चिकित्सा केंद्र ले जाकर घायलों का इलाज कराया।
SDPO का दावा: जल्द होंगे गिरफ्तार
एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने इस घटना को एक गंभीर मामला करार दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की विशेष टीम जांच में जुटी है। अपराधियों की पहचान के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज को गहनता से खंगाला जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस जल्द ही इस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लेगी।
इधर, क्षेत्रीय पूर्व विधायक और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जानकी यादव ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर लगाम लग सके। यह घटना एक बार फिर से झारखंड के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में सशस्त्र डकैती और अपराध नियंत्रण की चुनौतियों को उजागर करती है।
आपकी राय में, नकाबपोश अपराधियों द्वारा व्यापारियों को टारगेट करके बंधक बनाने और लूटने की बढ़ती वारदातों को रोकने और व्यावसायिक सुरक्षा बढ़ाने के लिए हजारीबाग पुलिस को कौन से दो सबसे प्रभावी और सामुदायिक कदम उठाने चाहिए?
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