Lohardaga Foiled : लोहरदगा में अपराधी रच रहे थे बड़ी साजिश, भंडरा पुलिस ने गिरफ्तार किए 4 सशस्त्र गैंगस्टर, 3 देसी कट्टा और गोली बरामद
लोहरदगा पुलिस ने भंडरा थाना क्षेत्र के चट्टी चौक के पास बड़ी वारदात की योजना बना रहे चार हथियारबंद अपराधियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी है। एसपी सादिक अनवर रिजवी के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में तीन देसी कट्टा, कारतूस और चोरी के जेवर बरामद हुए हैं। गिरफ्तार अपराधियों में से तीन पर पहले से मामले दर्ज हैं।
झारखंड की लोहरदगा पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराधियों की कोई भी साजिश यहां कामयाब नहीं होने दी जाएगी। जिले के भंडरा थाना क्षेत्र स्थित चट्टी चौक के पास नरकोपी रोड मोड़ पर शुक्रवार की देर रात कुछ हथियारबंद अपराधियों ने किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन लोहरदगा पुलिस की त्वरित और सटीक कार्रवाई ने उनके नापाक इरादों पर पानी फेर दिया।
एसपी सादिक अनवर रिजवी ने शनिवार को मीडिया के सामने खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें चट्टी चौक के पास बने एक शेड में कुछ हथियारबंद युवकों के जुटने की गुप्त सूचना मिली थी। एसपी ने देरी न करते हुए तत्काल डीएसपी **(मुख्यालय) समीर कुमार तिर्की को सूचना का सत्यापन कर छापेमारी का आदेश दिया। डीएसपी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर और भंडरा थाना प्रभारी रविरंजन कुमार की टीम ने तुरंत क्षेत्र की घेराबंदी की।
भागने की कोशिश: चार धराए, एक फरार
पुलिस को देखते ही शेड में जमा अपराधी भागने लगे, लेकिन पुलिस टीम की तेजी और रणनीति के सामने उनकी एक न चली। पुलिस ने काफी दूर तक पीछा कर चार अपराधियों को धर दबोचा।
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गिरफ्तार आरोपी: गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी रांची जिले के नरकोपी थाना अंतर्गत गोके गांव के निवासी हैं, जिनमें अनिल उरांव (29 वर्ष), अजय उरांव (26 वर्ष), बंसत उरांव उर्फ प्रिंस उरांव (25 वर्ष), और बेयासी सिसई गांव निवासी पंचम उरांव (30 वर्ष) शामिल **हैं।
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बरामदगी: अपराधियों के पास से तीन देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन और चोरी के जेवर बरामद हुए हैं। हथियारों की बरामदगी से यह साफ है कि ये किसी भी हिंसा को अंजाम देने से नहीं हिचकते।
तीन पर पहले से दर्ज हैं मामले
एसपी सादिक अनवर रिजवी ने खुलासा किया कि गिरफ्तार चारों में से तीन अपराधियों के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये सभी नरकोपी क्षेत्र के एक सक्रिय गिरोह से जुड़े रहे हैं, जो लोहरदगा और आसपास के जिलों में चोरी, लूट और अवैध हथियारबंदी की घटनाओं में संलिप्त रहे हैं। पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, क्योंकि इससे न केवल एक संभावित अपराध रुका, बल्कि एक पुराने चोरी कांड का भी पर्दाफाश हो गया।
हालांकि, एक अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस की टीम लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने का दावा किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को भंडरा थाना में मामला दर्ज करते हुए न्यायिक हिरासत में लोहरदगा जेल भेज दिया गया है। एसपी ने पूरी छापेमारी टीम की सजगता और तत्परता की तारीफ की।
आपकी राय में, लोहरदगा और आसपास के जिलों में लूट और चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले सक्रिय गिरोहों के नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ने के लिए झारखंड पुलिस को कौन से दो सबसे प्रभावी और सीमा-पार समन्वय कदम उठाने चाहिए?
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