जमशेदपुर के बाराद्वारी शास्त्री आश्रम में गुरुवार को ठंड से जूझ रहे जरूरतमंदों के बीच सनातन उत्सव समिति ने कंबल वितरण किया। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों को कंबल प्रदान किए गए, जो ठंड के मौसम में राहत की बड़ी पहल मानी जा रही है।
कार्यक्रम का नेतृत्व सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह ने किया। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ठंड के इस मौसम में कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति बिना कंबल के न रहे। समाज की सेवा ही हमारा धर्म है।"
समाजसेवा का ऐतिहासिक संदर्भ
भारत में समाजसेवा का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। धार्मिक और सामाजिक संस्थाएं, चाहे वह अशोक के काल की धर्मशालाएं हों या स्वामी विवेकानंद के सेवा मिशन, सदैव जरूरतमंदों की सहायता में अग्रणी रही हैं। सनातन उत्सव समिति इसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है।
विशेष अतिथि ने की पहल की सराहना
इस मौके पर जमशेदपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजीव भारद्वाज ने विशेष रूप से भाग लिया। उन्होंने समिति के इस कदम की सराहना करते हुए इसे समाजसेवा का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। भारद्वाज ने कहा, "ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक संदेश जाता है और सेवा की भावना को बल मिलता है।"
समिति के सदस्यों ने दिया एकजुटता का संदेश
कार्यक्रम में समिति के अन्य प्रमुख सदस्य, जैसे वीर सिंह, नवीन तिवारी, ललित राव, राहुल दुर्गे, कुलदीप सिंह, और अन्य ने कंबल वितरण में भाग लिया। महिला सदस्यों, जैसे मीरा सिंह, मुस्कान गोरी, श्रद्धा, रेणुका, ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सदस्यों ने कहा कि यह पहल समाज के हर वर्ग को एकजुट करने और सेवा भावना को बढ़ावा देने का प्रयास है।
कार्यक्रम का प्रभाव और भविष्य की योजनाएं
सनातन उत्सव समिति की यह पहल न केवल जरूरतमंदों के लिए राहत का माध्यम बनी, बल्कि समाज में सेवा और एकजुटता का संदेश भी फैलाया।
आने वाले समय में समिति ने और भी बड़े स्तर पर समाजसेवा के कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया है, जिसमें स्वास्थ्य शिविर, शिक्षा सामग्री वितरण, और स्वच्छता अभियान शामिल होंगे।
स्थानीय लोग क्या कहते हैं?
इस कार्यक्रम से लाभान्वित लोगों ने समिति के इस प्रयास की सराहना की। महानंद नामक एक बुजुर्ग ने कहा, "ठंड के इस मौसम में यह कंबल हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सनातन उत्सव समिति का धन्यवाद।"
समाजसेवा से प्रेरित हों अन्य संस्थाएं
इस आयोजन ने अन्य सामाजिक संस्थाओं को भी प्रेरित किया है। ऐसी पहलों से समाज में सकारात्मकता फैलती है और जरूरतमंदों को राहत मिलती है।