Adityapur Inspection: आदित्यपुर स्टेशन पर डीआरएम का निरीक्षण, सुरक्षा और सुधार की कवायद शुरू
चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम तरुण हुरिया ने आदित्यपुर स्टेशन का निरीक्षण कर सुरक्षा और सुधार की संभावनाओं का आकलन किया। जानें उन्होंने क्या कहा और क्या बदलाव हो सकते हैं।
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के नए डीआरएम तरुण हुरिया ने निरीक्षण किया। यह दौरा रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था, ले-आउट, और सुधार की संभावनाओं का आकलन करने के उद्देश्य से किया गया।
निरीक्षण के दौरान डीआरएम तरुण हुरिया ने स्टेशन की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया और मीडिया से बातचीत में कहा कि जो भी सुधार आवश्यक होंगे, उन्हें जल्द ही लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, "यह दौरा आदित्यपुर स्टेशन को बेहतर बनाने के लिए एक प्रारंभिक कदम है। ले-आउट और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।"
कांग्रेस प्रदेश सचिव ने रखी जन समस्याएं
निरीक्षण के दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव सुरेश धरी ने डीआरएम से मुलाकात की। उन्होंने नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए आदित्यपुर रेलवे स्टेशन से जुड़ी जन समस्याओं को उनके समक्ष रखा। मुख्य मांगों में स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया।
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन का इतिहास और महत्त्व
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन, जो चक्रधरपुर रेल मंडल का हिस्सा है, झारखंड के औद्योगिक और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्टेशन जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जैसे प्रमुख शहरों के लिए एक अहम कड़ी है।
आदित्यपुर स्टेशन की स्थापना ब्रिटिश काल में हुई थी। इसे औद्योगिक क्षेत्रों से माल परिवहन के लिए मुख्य रूप से विकसित किया गया था। वर्तमान में यह स्टेशन यात्री और मालवाहक ट्रेनों के लिए एक व्यस्त केंद्र बन चुका है।
क्या हो सकते हैं सुधार?
डीआरएम के दौरे के बाद यह सवाल उठता है कि आदित्यपुर रेलवे स्टेशन में सुधार की दिशा में क्या कदम उठाए जा सकते हैं:
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार: स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है और सुरक्षा गार्डों की तैनाती की जा सकती है।
- ले-आउट में बदलाव: यात्री सुविधाओं, जैसे प्लेटफार्म विस्तार, प्रतीक्षालय, और स्वच्छता पर ध्यान दिया जा सकता है।
- ट्रेनों के ठहराव में वृद्धि: स्थानीय यात्रियों की सुविधा के लिए प्रमुख ट्रेनों का ठहराव बढ़ाया जा सकता है।
- डिजिटल सुविधाएं: टिकट बुकिंग और सूचना प्रणाली को डिजिटल और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया जा सकता है।
डीआरएम का नियमित निरीक्षण: क्या कहते हैं जानकार?
डीआरएम तरुण हुरिया चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी स्टेशनों का नियमित निरीक्षण कर रहे हैं। रेलवे जानकारों का मानना है कि यह निरीक्षण रेलवे सेवाओं को बेहतर बनाने और यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करने का हिस्सा है।
कैसे हो सकता है आदित्यपुर स्टेशन का कायाकल्प?
विशेषज्ञों के अनुसार, आदित्यपुर स्टेशन को झारखंड के एक आदर्श रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके लिए राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन को मिलकर योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
स्थानीय यात्रियों का कहना है कि स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं की कमी है। अगर डीआरएम का निरीक्षण सकारात्मक बदलाव लाने में सफल होता है, तो यह स्थानीय यात्रियों और व्यापारियों दोनों के लिए एक बड़ी राहत होगी।
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