Chaibasa Raid: करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा? पटेल बंधुओं के घर पर छापा, कोलकाता से पहुंची टीम

चाईबासा में पटेल बंधुओं के घर और फैक्ट्री पर पड़ा जीएसटी का छापा, कोलकाता और जमशेदपुर से पहुंची टीम, अंदर-बाहर की आवाजाही पर रोक। जानिए इस कार्रवाई के पीछे की पूरी कहानी।

May 6, 2025 - 17:56
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Chaibasa Raid: करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा? पटेल बंधुओं के घर पर छापा, कोलकाता से पहुंची टीम
Chaibasa Raid: करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा? पटेल बंधुओं के घर पर छापा, कोलकाता से पहुंची टीम

चाईबासा, झारखंड — पश्चिमी सिंहभूम जिले का शांत शहर चाईबासा सोमवार को उस वक्त चर्चा में आ गया, जब जीएसटी विभाग की टीम ने स्थानीय कारोबारियों मनोज पटेल और मुन्ना पटेल के घर और फैक्ट्री पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी। जी हां, हिंदी न्यू कॉलोनी मोहल्ले में स्थित पटेल बंधुओं के आवास पर कोलकाता और जमशेदपुर से आई जीएसटी की विशेष टीम ने दोपहर पूर्व दस्तक दी और खबर लिखे जाने तक कार्रवाई लगातार जारी थी।

कौन हैं पटेल बंधु और क्या है उनका कारोबार?

पटेल बंधु चाईबासा के नामी कारोबारी माने जाते हैं। इनकी एक राइस मिल और स्टोन चिप्स फैक्ट्री है, जो इलाके में काफी बड़ी मानी जाती है। वर्षों से इनका व्यवसाय क्षेत्र में मज़बूती से खड़ा है और कहा जाता है कि इनके संपर्क प्रशासनिक हलकों तक हैं। लेकिन अब जो तस्वीर सामने आई है, उसने इलाके के कारोबारी माहौल में खलबली मचा दी है।

छापेमारी की टाइमिंग और ऑपरेशन का तरीका

सोमवार को जैसे ही पटेल बंधुओं के आवास और औद्योगिक ठिकानों पर छापेमारी शुरू हुई, पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। GST विभाग की यह रेड बिना किसी पूर्व सूचना के हुई। टीम में कोलकाता और जमशेदपुर के उच्चाधिकारियों समेत कई सहायक अफसर शामिल थे। किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने या अंदर के किसी को बाहर आने की अनुमति नहीं दी गई।

छापे के दौरान टीम ने बाहर से खाना और पानी मंगाया, जिससे स्पष्ट है कि यह कार्रवाई लम्बे समय तक चलने वाली है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इतने बड़े पैमाने की रेड उन्होंने पहले कभी नहीं देखी।

क्या है इस छापे का इतिहासिक परिप्रेक्ष्य?

छोटे शहरों में टैक्स चोरी और नकदी के लेन-देन की शिकायतें कोई नई बात नहीं हैं। झारखंड जैसे राज्य में, जहां अवैध खनन और नकद व्यापार आम बात है, ऐसे छापे कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं। 2018 में रांची के एक जानी-मानी हार्डवेयर कंपनी पर पड़े छापे में 30 करोड़ की टैक्स चोरी उजागर हुई थी। पटेल बंधुओं पर कार्रवाई उसी स्तर की मानी जा रही है।

क्या यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है?

सूत्रों की मानें तो जीएसटी विभाग को पहले से ही इन कारोबारियों की गतिविधियों पर शक था। बताया जा रहा है कि उनकी राइस मिल और स्टोन चिप्स यूनिट के लेन-देन में कई विसंगतियां पाई गई थीं। छापेमारी के दौरान जब्त हुए दस्तावेज़ों और डिजिटल डिवाइसेज़ की जांच की जा रही है।

इलाके में हलचल और बढ़ती बेचैनी

चाईबासा जैसे अपेक्षाकृत शांत कस्बे में इतने बड़े पैमाने की रेड एक असामान्य घटना है। स्थानीय कारोबारियों में बेचैनी है कि क्या अब प्रशासन और विभाग अन्य व्यापारियों की ओर भी नजरें गड़ाएगा? आम लोग भी इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि क्या वाकई करोड़ों की टैक्स चोरी पकड़ी गई है या यह सिर्फ एक "पैगाम" है?

अंतिम सवाल – आगे क्या?

जीएसटी विभाग ने इस मामले पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। कार्रवाई पूरी होने के बाद ही जानकारी साझा की जाएगी। लेकिन इतना तय है कि आने वाले कुछ दिनों तक पटेल बंधु और चाईबासा का नाम सुर्खियों में बना रहेगा।

क्या यह रेड सिर्फ एक इत्तेफाक है या आने वाले समय में झारखंड में टैक्स सिस्टम को दुरुस्त करने की बड़ी मुहिम की शुरुआत? इसका जवाब शायद अगली सुबह के अखबार में मिलेगा।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।