JSSC CGL परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का हंगामा, पेपर लीक का आरोप
रांची में JSSC CGL परीक्षा रद्द करने की मांग पर हजारों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। पेपर लीक और धांधली के आरोप लगाए गए। जानें क्या है पूरा मामला।
रांची: सोमवार को 30 सितंबर 2024, हजारों अभ्यर्थियों ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) के कार्यालय के समक्ष भारी विरोध प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने JSSC CGL परीक्षा को रद्द करने की मांग की, जो 21 और 22 सितंबर को आयोजित की गई थी। उनका आरोप है कि परीक्षा में व्यापक स्तर पर धांधली की गई है और पेपर लीक हुआ है।
आक्रोशित अभ्यर्थियों ने दावा किया कि JSSC द्वारा लाखों रुपये लेकर परीक्षा की सीटें बेची जा रही हैं। उनका कहना है कि पेपर पहले ही लीक हो चुका था और इसे रात में ही कुछ विशेष लोगों को बेच दिया गया। छात्रों का कहना है कि प्रश्न पत्र को खरीदकर कुछ अभ्यर्थियों को दिया गया, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा होता है।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा के उत्तर कुंजी बिना किसी CBI जांच के जारी कर दी गई, जिससे यह साफ है कि प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में पुराने प्रश्न पूछे गए, जो नियमों के खिलाफ है। छात्रों का यह भी आरोप है कि 21 सितंबर की रात को ही प्रश्न पत्र लीक हो चुका था, लेकिन सुबह इंटरनेट बंद करके उन्हें गुमराह किया गया।
इसके अलावा, इंटरनेट बंद होने की वजह से कई अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाए, जिससे हजारों छात्र परीक्षा देने से वंचित रह गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि झारखंड के बाहर के लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं, जिससे स्थानीय अभ्यर्थियों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
अभ्यर्थियों ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह उन छात्रों की लड़ाई है जिन्होंने चार से पांच साल तक कड़ी मेहनत और तैयारी की है। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वे अपने विरोध को जारी रखेंगे।
अभ्यर्थियों ने सरकार से अपील की है कि इस मामले की तुरंत जांच कराई जाए और परीक्षा को रद्द करके एक नई और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित की जाए।
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