Dorcasai Event: Xavier Public School में बाल मेले का धमाल, बच्चों ने लगाए 21 स्टॉल!

डोरकासाईं के जेवियर पब्लिक स्कूल में बाल मेले का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों ने 21 व्यंजन स्टॉल लगाकर अपनी प्रतिभा दिखाई। जानिए इस रंगारंग कार्यक्रम की पूरी कहानी।

Nov 17, 2024 - 13:15
 0
Dorcasai Event: Xavier Public School में बाल मेले का धमाल, बच्चों ने लगाए 21 स्टॉल!
Dorcasai Event: Xavier Public School में बाल मेले का धमाल, बच्चों ने लगाए 21 स्टॉल!

17 नवंबर 2024: डोरकासाईं स्थित जेवियर पब्लिक स्कूल (Xavier Public School) में शनिवार, 16 नवंबर 2024 को बाल मेला का भव्य आयोजन किया गया। इस खास दिन ने बच्चों के लिए मनोरंजन और सीखने के अनूठे अवसर पेश किए। मेले में 21 व्यंजन स्टॉल, डांस का आनंद और मिकी माउस का मज़ा सभी के लिए यादगार बन गया।

चाचा नेहरू की श्रद्धांजलि से हुआ शुभारंभ

बाल मेला का शुभारंभ विद्यालय के ग्रुप डायरेक्टर श्री सुनील सिंह ने चाचा नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। चाचा नेहरू, जिनके बाल प्रेम के कारण बाल दिवस मनाया जाता है, को समर्पित इस आयोजन में बच्चों के साथ अभिभावकों और शिक्षकों का भी उत्साह देखने लायक था।

डिप्टी डायरेक्टर श्रीमती निभा सिंह, छोटा गोबिंदपुर की डायरेक्टर श्रीमती रूपा महतो और प्रधानाचार्य श्री राजीव रंजन ने भी अपनी उपस्थिति से इस आयोजन को और खास बना दिया।

बच्चों ने दिखाया हुनर

बाल मेला में बच्चों ने 21 स्टॉल लगाए, जहां मोमोज, चाउमीन, मंचूरियन, एग रोल, समोसा चाट, झालमुरी जैसे स्वादिष्ट व्यंजन पेश किए गए। बच्चों ने न केवल इन व्यंजनों को तैयार किया, बल्कि उनकी बिक्री भी की, जिससे उन्होंने टीम वर्क और आत्मनिर्भरता का अनुभव प्राप्त किया।

स्टॉल्स पर लगी भीड़ और बच्चों के जोश ने मेले को एक सफल आयोजन बना दिया। यहां तक कि अभिभावकों ने भी स्टॉल्स पर जाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया।

मनोरंजन और मस्ती का केंद्र

बाल मेला में बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष तौर पर डीजे का इंतजाम किया गया था। बच्चे गानों की धुन पर थिरकते नजर आए। इसके अलावा, मिकी माउस की उपस्थिति ने छोटे बच्चों को खूब खुश किया।

डांस और मस्ती के साथ-साथ बच्चों ने मजेदार गेम्स में भी भाग लिया। इस कार्यक्रम ने न केवल बच्चों के लिए खुशियों का माहौल बनाया, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी सामने लाया।

बाल दिवस का ऐतिहासिक संदर्भ

चाचा नेहरू ने हमेशा बच्चों के विकास और उनके भविष्य को सशक्त बनाने पर जोर दिया। इस बाल मेले ने उनके विचारों को साकार करते हुए बच्चों को आत्मनिर्भरता और कौशल का अद्भुत मंच प्रदान किया।

अभिभावकों और शिक्षकों का योगदान

कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के समस्त स्टाफ और अभिभावकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। शिक्षकों ने बच्चों को गाइड किया, जबकि अभिभावकों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। यह आयोजन बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के सामूहिक प्रयास का नतीजा था।

बाल मेले की खासियत

जेवियर पब्लिक स्कूल के इस बाल मेले ने बच्चों को सीखने और अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका दिया। बच्चों ने पहली बार व्यावसायिक गतिविधियों का अनुभव किया और टीम वर्क का महत्व समझा।

आगे की उम्मीदें

बाल मेला के इस संस्करण ने न केवल बच्चों और अभिभावकों का दिल जीता, बल्कि एक मानक भी स्थापित किया। विद्यालय प्रशासन को उम्मीद है कि भविष्य में यह कार्यक्रम और भी भव्य होगा और बच्चों को अधिक अवसर प्रदान करेगा।

जेवियर पब्लिक स्कूल का यह आयोजन दिखाता है कि बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा को कैसे एक साथ जोड़ा जा सकता है। यह मेला उनके जीवन में खुशियों और अनुभवों का एक अनमोल अध्याय बनकर हमेशा याद रहेगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।