Sirhind Blaze: गरीब रथ एक्सप्रेस के 3 डिब्बों में आग! पंजाब के सरहिंद स्टेशन पर सुबह हुआ बड़ा हादसा, यात्रियों में मचा हड़कंप
पंजाब के सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस (12204) के तीन एसी डिब्बों में शनिवार सुबह आग लग गई। रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। दमकल की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है और घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
पंजाब के सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास शनिवार की सुबह एक बड़ा और डरावना हादसा टला, जब अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस (12204) के तीन एसी डिब्बों में अचानक आग लग गई। सुबह करीब 7:30 बजे हुई इस घटना ने ट्रेन के यात्रियों में कुछ देर के लिए हड़कंप मचा दिया, लेकिन रेलवे प्रशासन की अभूतपूर्व तत्परता और प्रशासनिक चुस्ती के चलते सैकड़ों यात्रियों की जान सुरक्षित रही। घटना के समय ट्रेन अमृतसर से सहरसा की ओर अपनी मंजिल की तरफ जा रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के एसी कोचों से तेजी से धुआं निकलता देखा गया, जिसके बाद तुरंत यात्रियों को सचेत किया गया और उन्हें सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया। यह तत्काल निर्णय और कार्रवाई ही थी, जिसने किसी भी बड़े नुकसान या हताहत होने से बचाया। रेल मंत्रालय ने भी बाद में इस बात की पुष्टि की कि घटना में किसी भी यात्री के घायल होने या हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
दमकल की तत्परता: बड़ा संकट टाला
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय दमकल विभाग की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं। दमकल कर्मियों ने पूरी तेजी के साथ काम किया और थोड़ी ही देर में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया।
-
यात्रियों को स्थानांतरित: रेलवे अधिकारियों ने तुरंत दूसरा अहम कदम उठाया। प्रभावित कोचों के सभी यात्रियों को तुरंत ट्रेन के अन्य सुरक्षित डिब्बों में स्थानांतरित कर दिया गया, ताकि यात्रा को जल्द से जल्द आगे बढ़ाया जा सके।
-
जांच शुरू: रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचकर पूरी स्थिति को नियंत्रण में कर चुकी हैं। उत्तर रेलवे ने बताया है कि आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिकता के आधार पर पूरी सुरक्षा जांच पूरी करने के बाद ट्रेन को जल्द ही गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा।
गरीब रथ एक्सप्रेस भारत की एक महत्वपूर्ण ट्रेन सेवा है जो दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ती है। इस तरह के हादसे अक्सर पुरानी वायरिंग या तकनीकी खराबियों के कारण होते हैं, लेकिन तीन एसी डिब्बों में एक साथ आग लगना किसी गहन जांच की ओर इशारा करता है। क्या यह सिर्फ एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई गहरी वजह है, यह जांच का विषय है। रेलवे के अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर प्रतिक्रिया दी, जिसकी वजह से सैकड़ों लोगों की जान बाल-बाल बच गई।
आपकी राय में, रेलवे को चलती ट्रेनों के एसी कोचों में आग लगने जैसी तकनीकी दुर्घटनाओं को रोकने और उनकी पहचान करने के लिए कौन से दो सबसे प्रभावी और अत्याधुनिक तकनीकी सुधार लागू करने चाहिए?
What's Your Reaction?


