Ranchi Railway Station: शराब तस्करी की कोशिश करते हुए युवक गिरफ्तार! जानिए कैसे आरपीएफ ने किया चौंकाने वाला खुलासा
रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने पकड़ा शराब तस्कर, जानिए कैसे युवक बिहार शराब बेचने जा रहा था। पढ़ें पूरी खबर।
रांची: Ranchi Train में एक अजीबोगरीब घटनाक्रम सामने आया, जब आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने एक युवक को शराब की 12 बोतलें ले जाते हुए गिरफ्तार किया। युवक ने यह शराब बिहार में ऊंची कीमत पर बेचने की योजना बनाई थी। इसकी खबर जैसे ही सामने आई, रेलवे अधिकारियों के बीच हलचल मच गई। आइए, जानते हैं इस पूरे मामले को विस्तार से।
शराब के कारोबार के पीछे की कहानी
रांची रेलवे स्टेशन पर एक एक्सप्रेस ट्रेन (संख्या-18624) से एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया, जिसके पास 12 बोतल शराब थी। इस युवक को आरपीएफ ने अपनी सूझबूझ और गश्त के दौरान पकड़ा। इस पूरे मामले में सब-इंस्पेक्टर सूरज पांडेय और मंडल सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार की अहम भूमिका रही। पांडेय ने बताया कि युवक को ट्रेनों से शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था, और यह शराब ऊंची कीमत पर बेची जाने वाली थी।
गिरफ्तार व्यक्ति का नाम संजीत कुमार है, और वह बिहार के जहानाबाद जिले का निवासी है। वह अपने पास रखी शराब की बोतलें रांची से लेकर बिहार जाने की योजना बना रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह शराब रांची से खरीद कर बिहार में अधिक कीमत पर बेचने का इरादा किया था। इस शराब की अनुमानित कीमत करीब 12 हजार रुपये है।
बिहार में शराब की तस्करी की बढ़ती घटनाएं
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से शराब की तस्करी का मामला लगातार सामने आ रहा है। कई लोग इस तस्करी के जरिए भारी मुनाफा कमाने की कोशिश कर रहे हैं। हाल के वर्षों में रेलवे और अन्य माध्यमों से शराब की तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे मामलों में पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की तत्परता ने कई बार तस्करों के मंसूबों को नाकाम किया है।
राज्य में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। शराब तस्करों का नेटवर्क इतना मजबूत हो गया है कि वह रेलवे स्टेशनों, बसों, और अन्य सार्वजनिक स्थानों से शराब का परिवहन कर रहे हैं। हाल ही में, रेलवे ने ऐसे कई तस्करों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है।
आरपीएफ की मुस्तैदी से बड़ा खुलासा
आरपीएफ की तत्परता के कारण इस बार भी एक और बड़ी शराब तस्करी का प्रयास नाकाम हो गया। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा बल ने यह भी बताया कि वे लगातार अपने अभियान को और तेज करेंगे ताकि तस्करी की इस काली दुनिया से निपटा जा सके। रांची स्टेशन पर पकड़े गए आरोपी ने अपने बयान में यह भी कहा कि वह शराब की बोतलें रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेन के माध्यम से बिहार भेज रहा था।
आरपीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे संबंधित विभाग के हवाले कर दिया। अब तस्करी के इस मामले में और भी जानकारी सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर से राज्य और देश में शराब तस्करी के मुद्दे पर सवाल उठाए हैं।
शराब तस्करी से जुड़े अपराध
इतिहास में भी शराब तस्करी का मामला कई बार सुर्खियों में आ चुका है। अंग्रेजों के जमाने में भी शराब का कारोबार एक बड़ा मुद्दा था। आजादी के बाद, कई राज्यों में शराबबंदी लागू करने के बावजूद, शराब तस्करी से जुड़ी घटनाएं समय-समय पर सामने आती रही हैं। बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब तस्करी का बढ़ता हुआ रुझान इस बात को साबित करता है कि न केवल आम लोग, बल्कि बड़े नेटवर्क भी इस अवैध कारोबार में शामिल हैं।
कुल मिलाकर, यह मामला एक ओर बड़ा उदाहरण बन चुका है कि कैसे तस्करी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है।
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