रांची में 80 लाख की साइबर ठगी का खुलासा, तमिलनाडु से आरोपी गिरफ्तार

रांची पुलिस ने साइबर ठगी के एक मामले में 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी को सुलझाया। तमिलनाडु से अशोक कुमार रवि नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसने निवेश एप्लिकेशन के जरिए लोगों को फंसाया था।

Sep 2, 2024 - 22:52
रांची में 80 लाख की साइबर ठगी का खुलासा, तमिलनाडु से आरोपी गिरफ्तार
रांची में 80 लाख की साइबर ठगी का खुलासा, तमिलनाडु से आरोपी गिरफ्तार

रांची, 2 सितंबर: रांची के साइबर थाना में दर्ज एक मामले में पुलिस ने 80 लाख रुपये की साइबर ठगी का पर्दाफाश किया है। इस मामले में तमिलनाडु के थिरुआरुर से अशोक कुमार रवि नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने "VIKING TREADING.APK" नामक फर्जी निवेश एप्लिकेशन के जरिए लोगों को 10 गुना लाभ का लालच देकर उनसे 80 लाख रुपये की ठगी की।

साइबर ठग की चाल

इस ठगी में शामिल व्यक्ति ने सबसे पहले फेसबुक के माध्यम से पीड़ितों से संपर्क किया और उन्हें निवेश के नाम पर आकर्षित किया। इसके बाद, पीड़ितों को "VIKING.APK" नामक एक एप्लिकेशन डाउनलोड और इंस्टॉल करने के लिए कहा गया। एक बार जब लोग इस झांसे में आ गए, तो ठग ने उन्हें विभिन्न बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। आरोपी ने लेन-देन को सरल बनाने के लिए "analyser max.apk" और "base.apk" जैसी फाइलों का उपयोग किया, जो ओटीपी को स्वचालित रूप से प्रसारित कर देते थे, जिससे ठग को उनके खाते तक पहुंचने में आसानी होती थी।

बड़ी रकम का लेन–देन

इस ठगी में, आरोपी के नाम पर "ASIA MARKETING" नाम की प्रोप्राइटरशिप फर्म के साउथ इंडियन बैंक खाते में 16 दिनों के भीतर 2.74 करोड़ रुपये का लेन–देन हुआ। यह खाता विभिन्न राज्यों के पीड़ितों द्वारा ट्रांसफर की गई राशि का केंद्र बना। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में इस खाते के खिलाफ कुल 28 शिकायतें दर्ज की गई हैं।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तमिलनाडु के थिरुआरुर से अशोक कुमार रवि को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और पुलिस अन्य सह-आरोपियों और इस ठगी से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। रांची पुलिस का कहना है कि इस तरह की साइबर ठगी को रोकने के लिए और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे और लोगों को जागरूक किया जाएगा।

साइबर ठगी से बचाव के उपाय

पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अनजान एप्लिकेशन को इंस्टॉल करने से बचें और किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था से पैसा ट्रांसफर करने से पहले पूरी तरह से जांच कर लें। सोशल मीडिया पर आने वाले अनजान संदेशों से भी सतर्क रहें और कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को न दें।

इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। पुलिस लोगों को सतर्क रहने और साइबर अपराधियों से बचने के लिए नियमित रूप से सावधान करने की सलाह दे रही है।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।