Ranchi Loot: शिव मंदिर के बाहर हरिद्वार बहाने से लूटी महिला, जानिए कैसे रची गई चालाक साजिश!
रांची के लालपुर में शिव मंदिर के बाहर पूजा करने जा रही महिला से दो ठगों ने हरिद्वार से आए होने का झांसा देकर सोने की चेन, कानबाली और अंगूठी लूट ली, वारदात के पीछे की पूरी चालाकी जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार की सुबह एक महिला के साथ ऐसी वारदात हुई, जिसने पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। लालपुर थाना क्षेत्र स्थित पीएंडटी कॉलोनी के वर्द्धमान कंपाउंड में बने शिव मंदिर के बाहर पूजा करने जा रही महिला से दो अज्ञात लोगों ने बड़ी चालाकी से सोने के जेवर लूट लिए। लेकिन जिस बहाने से यह घटना घटी, वह जानकर कोई भी चौंक जाएगा।
हरिद्वार से आए ठगों की कहानी या रची गई साजिश?
सुबह करीब 8:45 बजे जब संजय सहाय की पत्नी पूजा करने मंदिर जा रही थीं, तभी मंदिर से कुछ कदम पहले दो व्यक्ति उनके पास आए। उनमें से एक ने बड़ी विनम्रता से उनसे किसी का पता पूछते हुए कहा कि वे हरिद्वार से आए हैं और पूजा-पाठ के साथ-साथ लोगों का इलाज भी करते हैं। महिला ने शुरुआत में किसी तरह का संदेह नहीं किया और उन्हें सामान्य श्रद्धालु समझा।
फूल की पत्ती और फरेब की चाल
जब महिला मंदिर की ओर बढ़ी, तभी उनमें से एक व्यक्ति ने सामने लगे पौधे की ओर इशारा करते हुए कहा, "माता जी, उस फूल वाले पौधे से तीन पत्ते तोड़कर लाइये।" महिला जब पत्ते तोड़ने गई तो वह व्यक्ति भी पीछे-पीछे गया। जब महिला ने पत्ते उसे दिए, तभी उसने उसका हाथ पकड़ा और कहा, "मंदिर मत जाइए, पहले सारे गहने उतारिए।"
महिला के मना करने पर उसने उसे जान से मारने की धमकी दी और डराकर उससे 14.5 ग्राम की सोने की चेन, 3.5 ग्राम की कान की बाली और 2.5 ग्राम की सोने की अंगूठी लूट ली।
पहचान में आ सकते हैं लुटेरे
महिला ने साहस दिखाते हुए लुटेरों का चेहरा ध्यान से देखा और उनके हावभाव को याद रखा। संजय सहाय ने लालपुर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उनकी पत्नी यदि दोनों लुटेरों को दोबारा देखे, तो पहचान सकती हैं। इससे पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिलने की संभावना है।
लालपुर में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
गौरतलब है कि लालपुर और आसपास के इलाकों में धार्मिक स्थलों के बाहर इस तरह की ठगी और लूटपाट की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। पहले भी कई श्रद्धालुओं को इसी तरह आध्यात्मिकता और पूजा के नाम पर भ्रमित कर लूट लिया गया है। वर्ष 2019 में भी एक वृद्ध महिला से पूजा के नाम पर गहने उतरवाकर ठग फरार हो गए थे।
पूजा स्थलों की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर बताती है कि मंदिर जैसे स्थलों के बाहर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। जहां श्रद्धालु मानसिक शांति की खोज में जाते हैं, वहीं ऐसे अपराधी अपनी साजिशें रचते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर परिसर के आसपास CCTV कैमरे और सुरक्षा गार्ड की तैनाती जरूरी है।
महिलाओं को जागरूक करने की ज़रूरत
ऐसी घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि महिलाओं को अब पूजा-पाठ के दौरान भी सतर्क रहना होगा। कोई भी अजनबी व्यक्ति, चाहे वह कितनी भी विनम्रता से बात कर रहा हो, उस पर पूरी तरह भरोसा करना खतरनाक हो सकता है। मंदिर प्रशासन और पुलिस को मिलकर ऐसी वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
आस्था के नाम पर अपराध, कब जागेगा सिस्टम?
रांची की इस वारदात ने दिखा दिया कि अब चोर-ठग भी धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। यह केवल एक महिला की लूट नहीं, बल्कि हमारी आस्था, सुरक्षा और भरोसे पर हमला है। अब समय आ गया है कि प्रशासन, मंदिर समितियां और समाज एकजुट होकर ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
आपकी राय: क्या मंदिरों के बाहर पुलिस चौकी या CCTV जरूरी हैं? क्या महिलाओं को अकेले पूजा पर जाने से पहले कुछ सतर्कता बरतनी चाहिए? आप क्या सोचते हैं?
What's Your Reaction?






