Pune Tragedy: चलते वाहन में भड़की आग, 4 कर्मचारियों की जलकर मौत!
पुणे हिंजवाड़ी में एक दर्दनाक हादसा! चलते वाहन में आग लगने से 4 कर्मचारियों की जलकर मौत। क्या वाहनों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है?

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे के हिंजवाड़ी इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को सन्न कर दिया। एक SUV कार में अचानक लगी आग ने चार कर्मचारियों की जान ले ली। हादसा इतना भयावह था कि प्रत्यक्षदर्शी भी सदमे में आ गए।
कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह 7 बजे हिंजवाड़ी फेज वन में यह घटना हुई। व्योमा ग्राफिक्स कंपनी के कर्मचारी अपने ऑफिस जा रहे थे। तभी ड्राइवर ने गाड़ी के नीचे से धुआं उठते देखा और तुरंत वाहन रोक दिया। सामने बैठे ड्राइवर और एक अन्य कर्मचारी किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन पीछे बैठे चार लोग बाहर नहीं आ सके।
कार में तेजी से आग फैल गई, जिससे चारों कर्मचारी अंदर ही फंस गए और जिंदा जल गए। बताया जा रहा है कि पिछले दरवाजे के लॉक होने की वजह से वे बाहर नहीं निकल सके और दर्दनाक मौत के शिकार हो गए।
आग कैसे लगी, किसकी है जिम्मेदारी?
पुलिस के अनुसार, यह हादसा तब हुआ, जब टेम्पो ट्रैवलर कर्मचारियों को उनके ऑफिस छोड़ने जा रहा था। डसॉल्ट सिस्टम्स के पास पहुंचते ही गाड़ी में आग भड़क उठी। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ या किसी लापरवाही की वजह से।
हिंजवाड़ी पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने बताया कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है और गाड़ी के तकनीकी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?
घटना के समय आसपास के लोगों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जबकि चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
सुरक्षा मानकों पर बड़ा सवाल!
यह हादसा एक बार फिर वाहनों की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है। आखिर क्यों ऐसी गाड़ियों में इमरजेंसी एग्जिट सिस्टम नहीं होता? क्यों गाड़ियों के दरवाजे अंदर से नहीं खुलते?
इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं:
2013 में मुंबई में चलती कार में आग लगने से 3 लोगों की मौत
2018 में नागपुर में एक बस में आग लगने से 7 यात्रियों की मौत
2022 में दिल्ली में CNG कार में ब्लास्ट से पूरा परिवार झुलस गया
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल!
हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन मौके पर पहुंच गए। उनका कहना है कि अगर गाड़ी की सुरक्षा मानक सही होते, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
क्या अब मिलेगा न्याय?
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी या यह मामला भी दबा दिया जाएगा?
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