Garhwa Gift: हेमंत सोरेन ने झारखंड को दी 182 करोड़ की सौगात, जानिए बड़ी घोषणाएं!

गढ़वा में सीएम हेमंत सोरेन ने 182 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया, कनहर परियोजना का तोहफा दिया और बंशीधर महोत्सव को राजकीय दर्जा दिया। लेकिन क्या इन योजनाओं का लाभ जनता को मिलेगा? जानिए पूरी खबर!

Mar 19, 2025 - 18:09
 0
Garhwa Gift: हेमंत सोरेन ने झारखंड को दी 182 करोड़ की सौगात, जानिए बड़ी घोषणाएं!
Garhwa Gift: हेमंत सोरेन ने झारखंड को दी 182 करोड़ की सौगात, जानिए बड़ी घोषणाएं!

झारखंड के गढ़वा जिले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 182 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी, जिससे क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने बंशीधर महोत्सव के मौके पर कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जनता से बड़े वादे किए और झारखंड के विकास को लेकर सरकार की योजनाएं साझा कीं

लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह घोषणाएं सिर्फ चुनावी रणनीति हैं, या झारखंड वाकई विकास की ओर बढ़ रहा है? आइए जानते हैं इस खबर के हर पहलू को विस्तार से।

बंशीधर महोत्सव को मिला राजकीय महोत्सव का दर्जा!

गढ़वा में आयोजित बंशीधर महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि अब यह महोत्सव राजकीय महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने श्री बंशीधर मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।

 182 करोड़ की योजनाओं से बदलेगा गढ़वा का भविष्य?

सीएम हेमंत सोरेन ने 182 करोड़ 73 लाख रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं की सौगात दी। इन योजनाओं में सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, सिंचाई, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। सरकार का दावा है कि इन योजनाओं के जरिए गढ़वा और आसपास के क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा

 आधी आबादी को सरकार दे रही सम्मान – हेमंत सोरेन

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार झारखंड की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा:

"हमारी सरकार गांव-गांव तक विकास पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। झारखंड की आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं। चुनाव के दौरान जो वादे किए थे, उन्हें सरकार बनने के तुरंत बाद पूरा किया गया।"

लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इन योजनाओं का लाभ वास्तव में जनता तक पहुंचेगा या यह सिर्फ राजनीतिक घोषणाएं रह जाएंगी?

 1200 करोड़ की कनहर परियोजना – क्या किसानों की तकदीर बदलेगी?

गढ़वा के बाद मुख्यमंत्री पलामू पहुंचे, जहां उन्होंने 1200 करोड़ रुपये की कनहर सिंचाई परियोजना का तोहफा दिया। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी और उनकी खेती पहले से बेहतर होगी।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 2013-14 में पलामू को बिजली से जोड़ा गया था, जिससे क्षेत्र के विकास को गति मिली थी। लेकिन क्या कनहर परियोजना भी सरकारी कागजों में ही सिमट कर रह जाएगी या वाकई किसानों के खेतों तक पानी पहुंचेगा?

 दुबीयाखांड़ मेला और धार्मिक स्थलों को पर्यटन केंद्र बनाने की योजना

हेमंत सोरेन सरकार ने दुबीयाखांड़ मेले को राजकीय महोत्सव का दर्जा देने की घोषणा की। साथ ही, राज्य में धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम किया जा रहा है। इससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है

 सरकार आपके द्वार कार्यक्रम – जल्द होगा समस्याओं का समाधान?

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि "सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम फिर से शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत प्रशासन गांव-गांव जाकर जनता की समस्याएं सुनेगा और मौके पर ही उनका समाधान करेगा

लेकिन सवाल यही है कि क्या यह अभियान वास्तव में सफल होगा या सिर्फ एक औपचारिकता बनकर रह जाएगा?

 क्या झारखंड का भविष्य उज्ज्वल है?

हेमंत सोरेन की इन घोषणाओं ने झारखंड के विकास को लेकर नई उम्मीदें जगाई हैं। लेकिन झारखंड में विकास योजनाओं का इतिहास कुछ अलग ही कहानी कहता है। कई बार बड़ी योजनाओं की घोषणा तो होती है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन धीमा रहता है।

अब सवाल यह है:

  • क्या 182 करोड़ की योजनाओं का लाभ वास्तव में जनता तक पहुंचेगा?
  • कनहर परियोजना से क्या वास्तव में किसानों को फायदा होगा?
  • "सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम क्या जनता की समस्याओं का सही समाधान निकाल पाएगा?

आने वाले समय में इन घोषणाओं का हकीकत में कितना असर होगा, यह देखने वाली बात होगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।