Jharkhand Decision: रघुवर दास बने सनातन महापंचायत के संरक्षक, रामनवमी पर बड़ा ऐलान!
झारखंड में रघुवर दास बने श्री सनातन महापंचायत के संरक्षक, रामनवमी पर भव्य जुलूस और शोभायात्रा की तैयारी! गिरिडीह की घटना पर निष्पक्ष जांच की मांग।

रांची: झारखंड में सनातन धर्म को लेकर बड़ी हलचल मची हुई है। श्री सनातन महापंचायत के ग्यारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की और उन्हें महापंचायत के मुख्य संरक्षक बनने का प्रस्ताव दिया। रघुवर दास ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया, जिससे यह साफ हो गया कि आने वाले समय में सनातन धर्म को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
सनातन महापंचायत की क्या है योजना?
महापंचायत ने ऐलान किया है कि रामनवमी इस बार बेहद भव्य और संगठित तरीके से मनाई जाएगी। इसके लिए राजधानी के सभी अखाड़ों से मुलाकात कर रामनवमी के शोभायात्रा और जुलूस को लेकर विस्तृत चर्चा होगी। सनातन महापंचायत ने यह भी कहा कि सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने और धार्मिक आयोजनों में समन्वय बनाने के लिए एक सशक्त रणनीति बनाई जाएगी।
गिरिडीह घटना पर जताया दुख
महापंचायत के सदस्यों ने गिरिडीह में हुई हालिया घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और निर्दोषों को जल्द रिहा किया जाए। इससे पहले भी राज्य में ऐसे कई घटनाक्रम सामने आए हैं, जिनमें धार्मिक संगठनों को प्रशासन की उदासीनता झेलनी पड़ी है।
कौन-कौन था बैठक में मौजूद?
इस अहम बैठक में मुख्य संयोजक ललित नारायण ओझा, संयोजक संजय कुमार जायसवाल, संजय मिनोचा, सत्यजीत सिंह, अमिताभ धीरज, रणधीर रजक, प्रशांत सहदेव, नीतू सिंह और प्रवीण कुमार मौजूद थे।
रामनवमी पर ऐतिहासिक शोभायात्रा की तैयारी!
महापंचायत ने यह भी घोषणा की कि रामनवमी के दौरान भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान:
सभी अखाड़े पूरी तैयारी के साथ शामिल होंगे
हनुमान जी के झंडे (पटाका) की संख्या अधिक होगी
सनातनी पारंपरिक अस्त्र-शस्त्रों के साथ शोभायात्रा में शामिल होंगे
गाजे-बाजे के साथ पूरे जोश में निकलेगा जुलूस
सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार पर होगा मंथन
अगली बैठक में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार, अखाड़ों की चुनौतियों और धार्मिक आयोजनों में आ रही परेशानियों पर विस्तृत चर्चा होगी।
इतिहास में सनातन महापंचायत की भूमिका
झारखंड में सनातन महापंचायत पिछले कई वर्षों से धार्मिक आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आई है। खासकर रामनवमी और दुर्गा पूजा के दौरान यह सुनिश्चित किया जाता है कि आयोजनों में कोई व्यवधान न आए।
रघुवर दास के महापंचायत के संरक्षक बनने के बाद राज्य में सनातन धर्म से जुड़े मुद्दों पर अधिक सक्रियता देखने को मिल सकती है। आगामी रामनवमी उत्सव पहले से कहीं अधिक भव्य और संगठित होने वाला है। अब देखना यह है कि प्रशासन इन तैयारियों में सहयोग करता है या रुकावट डालता है!
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