रांची, 3 नवंबर 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में युवा वर्ग फिर से निर्णायक भूमिका में नजर आ रहा है। पिछली बार 2019 के चुनाव में युवाओं का आक्रोश रघुवर दास सरकार के खिलाफ था, और इसी कारण बीजेपी को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। इस बार भी हेमंत सोरेन सरकार को युवाओं के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने 2019 में हर साल 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, परंतु इस वादे को पूरा करने में सरकार नाकाम रही है।
आज बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी किया, जिसमें युवाओं को नौकरी देने का भरोसा दिलाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने हर साल 5 लाख नौकरियां देने का वादा कर युवाओं का समर्थन हासिल किया था। इस हिसाब से अब तक 25 लाख नौकरियां देनी चाहिए थीं, लेकिन सरकार पांच लाख नौकरियां भी नहीं दे सकी। अमित शाह ने कहा कि युवाओं की नौकरी खाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पेपर लीक पर गंभीर आरोप
अमित शाह ने पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं पर हेमंत सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सरकार सत्ता में आई है, तब से कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। इसमें डिप्लोमा, असिस्टेंट लैब टेक्नीशियन, नगर पालिका भर्ती, ग्रेजुएट लेवल, और जेपीएससी जनरल भर्ती के पेपर शामिल हैं। इसके अलावा, 12वीं कक्षा के फिजिक्स और बायोलॉजी के पेपर भी लीक हो गए, जिससे युवाओं के भविष्य पर गहरा असर पड़ा है। अमित शाह ने कहा कि माफियाओं ने राज्य के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है, और इसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार है।
बीजेपी का बड़ा वादा
बीजेपी ने संकल्प पत्र में युवाओं को रोजगार देने का वादा करते हुए कहा कि सरकार बनने पर वह पेपर लीक और भ्रष्टाचार को खत्म करेगी। अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि जो भी व्यक्ति युवाओं की नौकरी में अड़चन डालेंगे या पेपर लीक जैसे कार्यों में संलिप्त होंगे, उन्हें सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा, "हम उन लोगों को जेल भेजेंगे जो युवाओं की नौकरी चुराने का काम कर रहे हैं।"
हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ बढ़ते युवा असंतोष के बीच बीजेपी का यह संकल्प पत्र चुनाव में बड़ा प्रभाव डाल सकता है।