Saraikela Mission: अपराधियों पर टूटा कानून का कहर, SP ने दिए सख्त आदेश!
सरायकेला में अपराध पर लगाम लगाने की बड़ी तैयारी! एसपी ने क्राइम मीटिंग में थानों को दिए निर्देश—15 मिनट में रिस्पॉन्स, लंबित केसों का जल्द निपटारा और एंटी क्राइम चेकिंग होगी तेज। जानिए क्या है पूरी रणनीति।

सरायकेला-खरसावां: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में बढ़ते अपराध पर नकेल कसने के लिए जिला पुलिस ने कमर कस ली है। शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में एक विशेष क्राइम मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने की। इस मीटिंग में जिले के सभी थाना प्रभारियों से लेकर ट्रैफिक प्रभारी और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, और चर्चा का केंद्र बिंदु था—अपराध पर नियंत्रण और लंबित मामलों का निष्पादन।
एसपी लुनायत ने थानों में दर्ज लंबित मामलों की थानावार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द इनका निपटारा किया जाए। खास तौर पर फरार वारंटियों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने साफ कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
इतिहास की झलक:
सरायकेला-खरसावां जिला झारखंड के उन क्षेत्रों में गिना जाता है जहां औद्योगिक गतिविधियों के साथ-साथ अपराध की घटनाएं भी अक्सर चर्चा में रहती हैं। यहां पर साइबर क्राइम, छोटे-छोटे गिरोहों की गतिविधियाँ और स्थानीय स्तर पर अवैध कारोबार समय-समय पर प्रशासन के लिए चुनौती बनते रहे हैं। ऐसे में एसपी द्वारा की गई यह सख्त पहल, अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
क्राइम मीटिंग में लिए गए मुख्य निर्णय:
-
मार्च माह के अपराधों की गहराई से समीक्षा की गई और निष्पादित केसों की संख्या को ध्यान में रखते हुए अप्रैल में निष्पादन की गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
-
UD कांडों (Unnatural Death Cases) की जांच को लेकर भी थाना स्तर पर गंभीरता से काम करने को कहा गया।
-
डायल 112 इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए गए कि शिकायत मिलने के 15 मिनट के अंदर मौके पर कार्रवाई होनी चाहिए।
-
साइबर क्राइम को लेकर विशेष चिंता जताई गई। एसपी ने आदेश दिए कि लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि वे ऑनलाइन ठगी के जाल में न फंसें।
एंटी क्राइम चेकिंग और वारंट निष्पादन अभियान:
एसपी लुनायत ने यह भी कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में नियमित रूप से एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलाएं। इसके अलावा, लंबित वारंटों और कुर्की के मामलों पर एक विशेष कार्य योजना तैयार की जाए, ताकि इन केसों की संख्या में जल्द कमी लाई जा सके।
मौके पर उपस्थित रहे अधिकारी:
इस महत्वपूर्ण बैठक में एसडीपीओ सरायकेला समीर सवैंया, चांडिल एसडीपीओ अरविंद बिन्हा, डीएसपी मुख्यालय प्रदीप उरांव, सभी थाना प्रभारी और ट्रैफिक प्रभारी भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने मिलकर यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया कि जिले में कानून व्यवस्था को हर हाल में मजबूत रखा जाएगा।
क्या होगा आगे का रोडमैप?
अब जब प्रशासन ने कमर कस ली है और क्राइम कंट्रोल को मिशन मोड में लाने की तैयारी कर ली है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि अप्रैल और आने वाले महीनों में अपराध दर में कितनी गिरावट आती है।
प्रशासन की इस आक्रामक रणनीति से अपराधियों में हड़कंप है, लेकिन जनता को मिल रही राहत की एक नई उम्मीद भी जगी है।
What's Your Reaction?






