Saraikela Shooting: दिनदहाड़े कारोबारी को मारी गोली, इलाके में मचा हड़कंप
सरायकेला-खरसावां जिले में दिनदहाड़े एक व्यवसायी को गोली मार दी गई। बाइक सवार अपराधियों की इस दुस्साहसिक घटना से इलाके में दहशत, व्यापारियों में भारी आक्रोश।

सरायकेला-खरसावां: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिला में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी की एक और वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। कांड्रा थाना क्षेत्र के कांड्रा-डुमरा मुख्य मार्ग पर स्थित एसबी ट्रेडर्स के मालिक संजय बर्मन को अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने सरेआम गोली मार दी।
घटना इतनी अचानक और निर्भीक थी कि राहगीर और स्थानीय लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही अपराधी मौके से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि संजय बर्मन को दो गोलियां लगी हैं—एक जांघ में और दूसरी पैर में।
कैसे हुआ हमला?
शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे एसबी ट्रेडर्स के सामने अचानक बाइक पर सवार दो युवक रुके। उनमें से एक युवक ने सीधे पिस्टल निकाली और बिना कुछ कहे ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पहले गोली संजय के जांघ में और फिर दूसरी गोली उनके पैर में जा लगी।
गिरते ही अपराधी तुरंत मौके से भाग निकले।
घटनास्थल पर मची अफरा-तफरी
गोलियों की आवाज सुनते ही बाजार और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोगों को यकीन नहीं हुआ कि इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर इस तरह का दुस्साहसिक हमला हो सकता है। संजय को तत्काल स्थानीय लोगों ने उठाया और कांड्रा थाना ले गए।
थाने से पुलिस ने बिना समय गंवाए संजय को बेहतर इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) भेजा। चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल उनकी हालत स्थिर है, लेकिन खतरा टला नहीं है।
कौन है संजय बर्मन?
संजय बर्मन कांड्रा क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यवसायी माने जाते हैं। उनका व्यवसाय हार्डवेयर और निर्माण सामग्री से जुड़ा है और इलाके में उनकी अच्छी पैठ है। ऐसे में दिनदहाड़े उन पर हमला कई सवाल खड़े करता है—क्या यह रंगदारी वसूली का मामला था? या फिर आपसी व्यापारिक रंजिश?
इलाके में व्यापारियों में रोष
घटना के बाद व्यापारिक वर्ग में भारी आक्रोश देखा गया। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि जब सरेआम इस तरह से व्यवसायियों को निशाना बनाया जाएगा तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा?
व्यापारी संघ की मांग है कि पुलिस तत्काल आरोपियों को पकड़कर सख्त सजा दिलाए। नहीं तो व्यवसायी वर्ग आंदोलन पर उतर सकता है।
पुलिस की क्या है तैयारी?
कांड्रा थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और अपराधियों की पहचान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
पुलिस को संदेह है कि हमलावरों ने पहले से रेकी कर रखी थी और संजय की दिनचर्या की जानकारी पहले ही ले ली थी। इस हमले को किसी संगठनात्मक अपराध से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
इतिहास दोहरा रहा है?
सरायकेला-खरसावां जिला पहले भी अपराध और व्यापारियों पर हमलों को लेकर सुर्खियों में रहा है। 2021 में भी एक व्यवसायी को रंगदारी न देने पर गोली मारी गई थी। उस समय भी पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की थी, लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई स्थायी समाधान है?
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और कानून व्यवस्था को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
पुलिस पर अब दबाव है कि वह जल्द से जल्द इस हमले का खुलासा करे और आम जनता का भरोसा दोबारा कायम करे।
What's Your Reaction?






