Chaibasa Inauguration: जंगलों की छांव में बना अनोखा जॉगर्स पार्क, मंत्री ने खुद की सैर
चाईबासा के गौशाला रोड पर सामाजिक वानिकी विभाग द्वारा निर्मित आधुनिक जॉगर्स पार्क का उद्घाटन हुआ। मंत्री दीपक बिरुवा ने किया लोकार्पण, साथ में किया पौधरोपण और पार्क का दौरा।

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में आज एक नई सौगात जुड़ी — गौशाला रोड स्थित जमीनी क्षेत्र पर सामाजिक वानिकी प्रमंडल द्वारा निर्मित नवीन जॉगर्स पार्क का भव्य उद्घाटन। इस पार्क को लेकर न सिर्फ आम जनता में उत्साह है, बल्कि इसे चाईबासा की शहरी हरियाली के पुनर्निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
इस पार्क का लोकार्पण झारखंड सरकार के राजस्व, भूमि सुधार और परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा के हाथों हुआ। इस मौके पर उनके साथ जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, सारंडा वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिरूप सिंहा, पोड़ाहाट प्रमंडल पदाधिकारी नीतीश कुमार और सामाजिक वानिकी के वन प्रमंडल पदाधिकारी आरपी सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम की विशेष उपस्थिति में चाईबासा गौशाला ट्रस्ट के सदस्य भी शामिल रहे।
कैसा है यह जॉगर्स पार्क?
इस पार्क को 'हरियाली और हेल्थ' का मेल कहा जा रहा है। पार्क में झिंगुरों की आवाज, पेड़ों की छांव और मिट्टी की खुशबू — इन सबके बीच झारखंड का एक ऐसा कोना तैयार किया गया है जहां शहर की भीड़ से दूर लोग सुकून की साँस ले सकते हैं।
इसका निर्माण चाईबासा वासियों को स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से किया गया है। पार्क में आधुनिक ट्रैक, सिटिंग अरेंजमेंट, ओपन जिम और बच्चों के लिए अलग खेलने का क्षेत्र शामिल है।
उद्घाटन में क्या रहा खास?
फीता काटकर पार्क का उद्घाटन करते ही मंत्री दीपक बिरुवा ने अपने पदाधिकारियों संग पूरे पार्क का भ्रमण किया। उन्होंने सुविधाओं का अवलोकन किया और शिलापट्ट का भी अनावरण किया जो इस ऐतिहासिक पहल की यादगार के रूप में अब पार्क में स्थापित रहेगा।
इसी क्रम में सभी अधिकारियों और अतिथियों ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। आयोजन की खास बात यह रही कि उपस्थित हर एक व्यक्ति को सामाजिक वानिकी विभाग की ओर से एक-एक पौधा भेंट किया गया — यह संदेश था कि हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए।
इतिहास की झलक
चाईबासा, जो कभी सारंडा के घने जंगलों की गोद में बसा शांत शहर माना जाता था, अब तेजी से बदल रहा है। शहरीकरण के साथ यहां की हरियाली प्रभावित हुई, लेकिन इस प्रकार के प्रयास अब चाईबासा को फिर से 'हरियाली की पहचान' दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
झारखंड का सामाजिक वानिकी प्रमंडल वर्षों से जंगलों के संरक्षण और ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण अभियान चलाने में सक्रिय रहा है, लेकिन शहरी हरियाली को लेकर यह पहला इतना संगठित प्रयास है।
जनता के लिए क्या है फायदा?
इस पार्क का निर्माण न सिर्फ फिटनेस लवर्स के लिए राहत की बात है, बल्कि यह स्थानीय लोगों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए प्रेरित करेगा। आज के समय में, जहां बच्चे मोबाइल की स्क्रीन में उलझे रहते हैं और बड़े लोग मानसिक तनाव से घिरे रहते हैं, ऐसे पार्क एक सांस लेने की जगह हैं।
पार्क की सौगात के साथ चाईबासा ने एक और पर्यावरणिक कदम बढ़ाया है। मंत्री बिरुवा ने यह भी संकेत दिया कि राज्य सरकार भविष्य में ऐसे और भी हरित प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रही है, जिससे झारखंड की छवि और अधिक स्वच्छ और हरित हो सके।
अब देखना यह होगा कि चाईबासा के नागरिक इस हरियाली की विरासत को कितना सहेज पाते हैं और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए कैसे संरक्षित रखते हैं।
What's Your Reaction?






