Jamshedpur Career Carnival: नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित करियर जंक्शन 5.0 में छात्रों की भीड़, ऑन द स्पॉट एडमिशन ने मचाई हलचल!
जमशेदपुर में नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित करियर जंक्शन 5.0 में छात्रों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जानिए कैसे इस एक दिवसीय मेले ने छात्रों के करियर की दिशा तय की और क्यों यह इवेंट बन गया युवाओं के लिए सुनहरा मौका।

शनिवार को जमशेदपुर के साकची स्थित बंगाल क्लब में एक दृश्य ऐसा भी था, जहां हर चेहरा उत्सुकता और भविष्य की उम्मीदों से भरा था। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित Career Junction 5.0 में युवाओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी, और यह कार्यक्रम सिर्फ करियर काउंसलिंग नहीं बल्कि युवाओं के सपनों की दिशा तय करने का मंच बन गया।
पिछले पांच वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी द्वारा किया जा रहा है, लेकिन इस बार का आयोजन और भी खास रहा—क्योंकि इस बार ऑन द स्पॉट एडमिशन की सुविधा ने मेले को एक करियर किकस्टार्ट प्लेटफॉर्म में बदल दिया।
क्या खास था इस बार के Career Junction में?
इवेंट में यूनिवर्सिटी के सभी प्रमुख स्कूल—School of Science, Management & Commerce, Arts & Humanities, Nursing, Pharmacy, और Education—के फैकल्टी मेंबर्स मौजूद थे। हर स्टॉल पर छात्रों की कतारें लगी थीं, और हर कोई अपने मनपसंद कोर्स के बारे में जानकारी हासिल कर रहा था।
कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ कोर्स की जानकारी देना नहीं था, बल्कि छात्रों को यह समझाना भी था कि कौन-सा कोर्स उनके भविष्य और योग्यता के अनुसार सही रहेगा, और किस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं सबसे अधिक हैं।
VC का दृष्टिकोण: शिक्षा से करियर तक की पुल
यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. प्रो. प्रभात कुमार पाणी ने कहा,
“नेताजी सुभाष ग्रुप ऑफ एजुकेशन सिर्फ शिक्षा नहीं देता, हम छात्रों को करियर में आगे बढ़ाने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन भी देते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में यूनिवर्सिटी में 60 से अधिक विषयों में शिक्षा दी जा रही है और इसके विद्यार्थी आज देश-विदेश की प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्यरत हैं। Career Junction कार्यक्रम इसी सोच का हिस्सा है, जहां शिक्षा और रोजगार के बीच पुल बनाया जाता है।
छात्रों के सवाल और विशेषज्ञों के जवाब
कार्यक्रम में आए छात्रों ने अपनी जिज्ञासाओं के अंबार लगा दिए—
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"बीएससी के बाद कौन-से विकल्प उपलब्ध हैं?"
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"क्या कॉमर्स के छात्र MBA कर सकते हैं?"
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"फार्मेसी में प्लेसमेंट के कितने मौके हैं?"
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"नर्सिंग कोर्स के बाद विदेश में रोजगार संभव है?"
इन सभी सवालों के जवाब छात्रों को उनके विषय से जुड़े फैकल्टी ने दिए, जिससे एक स्पष्टता बनी और छात्रों को अपने करियर की दिशा तय करने में मदद मिली।
ऑन द स्पॉट एडमिशन ने बढ़ाया आकर्षण
इस बार की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि छात्र वहीं उपस्थित होकर अपनी योग्यता और रुचि के आधार पर सीधे एडमिशन ले सकते थे। दर्जनों छात्रों ने मौके पर ही यूनिवर्सिटी में प्रवेश ले लिया—जो कि दर्शाता है कि यह इवेंट महज काउंसलिंग का नहीं, बल्कि वास्तविक निर्णय लेने का मंच बन चुका है।
इतिहास से प्रेरणा लेकर भविष्य की नींव
नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखा गया है। नेताजी का मानना था कि—
“शिक्षा का मकसद सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता होनी चाहिए।”
यूनिवर्सिटी उसी सिद्धांत को आगे बढ़ाते हुए अपने छात्रों को न केवल किताबी ज्ञान देती है, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करती है।
जमशेदपुर में आयोजित Career Junction 5.0 न सिर्फ एक इवेंट था, बल्कि एक क्रांति की शुरुआत थी—जहां छात्र, शिक्षा और करियर एक ही छत के नीचे संवाद कर रहे थे। यह आयोजन आने वाले वर्षों में और भी बड़ा रूप ले सकता है, और छात्रों को उनके सपनों तक पहुंचाने की सीढ़ी बन सकता है।
अगर आप भी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं, तो अगली बार इस तरह के काउंसलिंग इवेंट को मिस न करें—शायद आपका करियर वहीं से शुरू हो!
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