Bihar Election 2025 : बिग ब्रेकिंग! चिराग पासवान की LJP(R) ने खोले पत्ते, गोविन्दगंज और बख्तियारपुर समेत 16 सीटों पर कैंडिडेट फाइनल, राजू तिवारी, सुनील कुमार समेत ये नाम शामिल, लेकिन JDU के साथ फंसी 29 सीटों की पूरी लिस्ट, कब जारी होगी बाकी सीटों पर उम्मीदवारों की सूची?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चिराग पासवान की लोजपा-आर (LJP-R) ने गोविन्दगंज, बख्तियारपुर समेत 16 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। राजू तिवारी, संजय कुमार सिंह और भुलान पांडे जैसे नाम शामिल हैं। पूरी 29 सीटों पर JDU समेत अन्य दलों से विवाद के चलते लिस्ट फंसी हुई है।
बिहार की राजनीति में 'युवा तुर्क' के रूप में पहचाने जाने वाले चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJP(R) ने आखिरकार आगामी विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। हालांकि, पार्टी को कुल 29 सीटें आवंटित की गई हैं, लेकिन जेडीयू समेत अन्य सहयोगी दलों की सीटिंग सीटों पर पेंच फंसा होने के कारण अभी पूरी सूची जारी नहीं हो पाई है। फिलहाल जारी की गई यह सूची चिराग पासवान के रणनीतिक फैसलों और चुनाव की तैयारी की गंभीरता को दर्शाती है।
बिहार की राजनीति में सहयोगी दलों के बीच सीटों का बंटवारा और सीटिंग सीटों का विवाद हमेशा से ही एक जटिल प्रक्रिया रही है। खासकर जब कोई युवा नेता अपने बलबूते पर अधिक सीटों की मांग करता है, तो यह तनाव और बढ़ जाता है। इस समय चिराग पासवान ने अपनी पहली सूची जारी करके दबाव बनाने की रणनीति अपनाई है।
LJP(R) के पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची:
पार्टी ने गोविन्दगंज और बख्तियारपुर जैसी प्रमुख सीटों समेत 16 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। यहां देखें पूरी सूची:
| विधानसभा सीट | उम्मीदवार का नाम |
| गोविन्दगंज | राजू तिवारी |
| बख्तियारपुर | संजय कुमार सिंह |
| दलसी | ब्युध देव पासवान |
| गरखा | सीमा मुनाल |
| साहेबपुर कमाल | सुन्दर कुमार |
| बरसी | संजय कुमार |
| परबत्ता | बाबूलाल चौधरी |
| नाथनगर | मिथुन कुमार |
| पालीगंज | सुनील कुमार |
| ब्रहमपुर | भुलान पांडे |
| डेहरी | रंजीत रंजन सिंह |
| बलरामपुर | संगीता देवी |
| मखदुमपुर | रानी कुमारी |
| ओबरा | प्रकाश चन्द्र |
| महुआ | संजय सिंह |
| अन्य (कुल 16 सीटों पर) |
पेंच फंसा: क्यों फंसी है 29 सीटों की पूरी लिस्ट?
लोजपा (आर) को गठबंधन के तहत कुल 29 सीटें आवंटित की गई हैं, लेकिन अभी भी कई सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान बाकी है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि चिराग पासवान की मांगी गई कई सीटें जेडीयू या गठबंधन के अन्य घटक दलों की 'सीटिंग' यानी मौजूदा विधायक वाली सीटें हैं।
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सीटिंग सीट विवाद: सहयोगी दल अपनी जीती हुई सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हैं, जिसके चलते सीट समायोजन में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
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रणनीतिक दबाव: लोजपा (आर) ने फिलहाल उन सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर दिए हैं, जिन पर कम विवाद है या जिन्हें उन्होंने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना है। बाकी सीटों को लेकर गठबंधन के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत चल रही है।
पार्टी ने स्पष्ट किया है कि जैसे ही फंसी हुई सीटों पर समझौता होगा और सीटें 'क्लीयर' होंगी, लोजपा (आर) के उम्मीदवारों की अंतिम सूची तत्काल जारी कर दी जाएगी। चिराग पासवान का यह कदम दिखाता है कि वह चुनाव की तैयारी में कोई देरी नहीं चाहते हैं और जल्द से जल्द अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहते हैं। अब पूरा बिहार गठबंधन के नेताओं के अगले कदम और पूरी सूची के जारी होने का इंतजार कर रहा है।
आपकी राय में, सीटिंग सीटों को लेकर होने वाले विवाद से बचने और गठबंधन में स्थिरता बनाए रखने के लिए चिराग पासवान को कौन से दो सबसे कुशल और समझौतावादी (Compromising) रणनीतिक कदम उठाने चाहिए?
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