Golmuri Trailer Accident : गोलमुरी में बाल-बाल बची बड़ी अनहोनी, सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल!
क्या आप गोलमुरी-साकची मार्ग पर चलते हैं? सुबह 5 बजे सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर पर चढ़ा अनियंत्रित ट्रेलर देखकर कहीं आपके होश तो नहीं उड़ गए? जानें क्यों पुलिस की तत्काल कार्रवाई के बाद भी जमशेदपुर के लोगों में बढ़ती दहशत है और आपकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं!
जमशेदपुर की सड़कें अक्सर शहर के भीतर बढ़ती तेज रफ्तार और भारी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही को लेकर चर्चा में रहती हैं। गुरुवार और शुक्रवार की दर्मियानी रात में एक बार फिर से एक बड़ी दुर्घटना टल गई, लेकिन इसने शहरवासियों के मन में डर और चिंता की लहर जरूर पैदा कर दी है। गोलमुरी थाना अंतर्गत गोलमुरी से साकची जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित एनएमएल क्वार्टर के पास शुक्रवार की सुबह करीब 5:00 बजे एक लोडेड ट्रेलर अचानक अनियंत्रित होकर सड़क के बीचों-बीच बने डिवाइडर पर चढ़ गया। अगर यह हादसा दिन के समय हुआ होता, तो किसी बड़ी अनहोनी और जान-माल के नुकसान से इनकार नहीं किया जा सकता था।
डिवाइडर पर चढ़ा ट्रेलर: बड़ी अनहोनी टलने का क्या है कारण?
स्थानीय लोगों के अनुसार, ट्रेलर बहुत तेज रफ्तार में था, जिसके कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और वह सीधा डिवाइडर पर जा चढ़ा। यह घटना सुबह के समय हुई, जब सड़क पर यातायात बहुत कम था, यही वजह रही कि किसी प्रकार की बड़ी अनहोनी नहीं हुई और कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ। यदि ट्रेलर डिवाइडर के बजाय सड़क के किनारे किसी क्वार्टर या दुकान में जा घुसता, तो स्थिति बहुत गंभीर हो सकती थी।
यह हादसा एक बार फिर से शहर के भीतर भारी वाहनों के परिचालन और उनकी रफ्तार को लेकर पुलिस के नियमों पर सवाल खड़ा करता है। जमशेदपुर में अक्सर भारी वाहनों को एक निश्चित समय के लिए ही प्रवेश की इजाजत होती है, लेकिन उसके बावजूद इस तरह के हादसे होते रहते हैं। (सर्च रिजल्ट के अनुसार जमशेदपुर में ट्रैफिक समस्या गंभीर है और ओवर स्पीडिंग भी एक बड़ा कारण है।)
पुलिस की तत्काल कार्रवाई: क्या जाम से बचा गया?
हादसे की जानकारी मिलते ही गोलमुरी थाना की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने देरी न करते हुए क्रेन की मदद से जल्द ही ट्रेलर को सड़क से हटवाया। इस तेज कार्रवाई के कारण किसी प्रकार का बड़ा ट्रैफिक जाम नहीं लगा और यातायात पूरी तरह से सामान्य हो गया।
हालांकि घटना से कुछ समय के लिए राहगीरों में अफरा-तफरी का माहौल जरूर बना, लेकिन पुलिस की सतर्कता और शीघ्र प्रतिक्रिया के कारण एक बड़ी समस्या को टाल दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने में जुटी है कि क्या चालक नशे में था या वाहन में कोई तकनीकी खराबी थी। इस तरह के हादसों को देखते हुए, शहरवासियों की यह मांग एक बार फिर से तेज हो गई है कि दिन के समय शहर के भीतर भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। (सर्च रिजल्ट के अनुसार जमशेदपुर में दिन के समय भारी वाहनों के प्रवेश को लेकर लगातार चर्चा होती रही है।)
आपकी राय में, गोलमुरी सहित जमशेदपुर के अन्य व्यस्त मार्गों पर भारी वाहनों की रफ्तार और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक विभाग को कौन से दो सबसे हाई-टेक और सख्त कदम उठाने चाहिए?
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