Parsudih Theft : जमशेदपुर के परसुडीह में मोहम्मद हलिम के घर डेढ़ लाख के जेवर और नकदी की चोरी!
जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र में मखदमपुर रोड नंबर 2 लाइन में बीती रात चोरों ने मोहम्मद हलिम खान उर्फ राजू के घर खिड़की की जाली तोड़कर करीब डेढ़ से दो लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर और 20 हजार रुपये नकद चोरी कर लिए। पेटी बाहर टूटी हुई मिली। परसुडीह पुलिस जांच में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
जमशेदपुर, जो झारखंड की औद्योगिक राजधानी है, वहां इन दिनों आम आदमी अपने घर में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। परसुडीह थाना क्षेत्र के मखदमपुर रोड नंबर 2 लाइन में बीती रात अज्ञात चोरों ने एक बड़ी और साहसिक चोरी की घटना को अंजाम देकर पुलिस की रात की गश्त पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मोहम्मद हलिम खान उर्फ राजू के घर में चोरों ने सेंधमारी करके परिवार की सालों की कमाई और भावी पीढ़ी के लिए रखे जेवरात पर हाथ साफ कर दिया।
खिड़की की जाली तोड़कर अंदर, सामान बाहर बिखरा
चोरों ने इस वारदात को अत्यंत शातिर ढंग से अंजाम दिया। वे पहले खिड़की की जाली तोड़कर घर के अंदर दाखिल हुए। कमरे में रखे बक्से को तोड़कर, उसमें रखे सभी कीमती सामान निकाल लिए। चोरी हुए सामान का अनुमानित मूल्य लगभग डेढ़ से दो लाख रुपये के सोना-चांदी के जेवरात और करीब 20 हजार रुपये नगद है।
मोहम्मद हलिम के बेटे मोहम्मद तौसिफ ने दर्द भरी आवाज में बताया कि चोरी हुए जेवर और नकदी उनकी दादी और परिवार के अन्य सदस्यों के थे, और सबसे बड़ी बात यह कि पिताजी की वर्षों की जमा पूंजी भी उसी पेटी में रखी हुई थी। शुक्रवार तड़के जब गृहस्वामी मोहम्मद हलिम की नींद खुली, तो उन्होंने घर के बाहर लाइन किनारे टूटी हुई पेटी और बिखरे सामान देखे। यह दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए।
पूरे परिवार पर सदमे का माहौल: पुलिस गश्त पर सवाल
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे परिवार में सदमे और मातम का माहौल है। गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह सोना-चांदी सिर्फ जेवर नहीं होते, बल्कि भविष्य की जरूरतों और मुश्किल वक्त के लिए जमा की गई पूंजी होती है। स्थानीय लोगों में भी चोरों के इस दुस्साहस के चलते गहरा आक्रोश और भय व्याप्त हो गया है।
चोरी की जानकारी मिलते ही मोहम्मद हलिम ने पड़ोसियों और परसुडीह थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से रात की गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। पुलिस अब आसपास के क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज खंगालने और संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई है। देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी चोरों को पकड़कर परिवार की इस महत्वपूर्ण पूंजी को वापस दिला पाती है।
आपकी राय में, परसुडीह जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में घरों में होने वाली चोरी की घटनाओं को रोकने और पुलिस गश्त को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन को कौन से दो सबसे ठोस और समुदाय आधारित कदम उठाने चाहिए?
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