Seraikela. Accident News: सरायकेला-कांड्रा मार्ग पर ट्रेलर ने ऑटो को मारी टक्कर, महिला गंभीर घायल
सरायकेला-कांड्रा मार्ग पर कोलाबिरा के पास ट्रेलर ने ऑटो को टक्कर मार दी, जिसमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई और नाबालिग युवक का अस्पताल में इलाज जारी है।
झारखंड के सरायकेला-कांड्रा मार्ग पर रविवार तड़के हुए सड़क हादसे ने एक बार फिर क्षेत्र की खतरनाक ट्रैफिक स्थिति को उजागर कर दिया। कोलाबिरा के समीप जीवनपुर मोड़ पर तेज रफ्तार ट्रेलर ने पीछे से एक ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में ऑटो में सवार मालती कैवर्त (25) का पैर टूट गया, जबकि राकेश कुंभकार (15) गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में ऑटो सवार दूसरी महिला साधनी कैवर्त बाल-बाल बच गई।
दुर्घटना के बाद भागा ट्रेलर चालक
हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घायलों को एंबुलेंस की सहायता से सरायकेला सदर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने मालती कैवर्त की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, नाबालिग राकेश कुंभकार का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
क्या था घटनाक्रम?
घटना सुबह करीब 8 बजे की है। जानकारी के अनुसार, मालती कैवर्त और साधनी कैवर्त, जो दुगनी के जामबहल गांव की निवासी हैं, कदमा में लगने वाले हाट बाजार जा रही थीं। दूसरी ओर, राकेश कुंभकार अपने चाचा के पास गम्हरिया जाने के लिए ऑटो में सवार हुआ था।
राकेश पश्चिम बंगाल के बलरामपुर जिले के रायडीह बेड़ादा गांव का निवासी है। वह दुगनी के पास स्थित एक ईंट भट्ठे में काम कर रही अपनी मां और बड़े भाई से मिलने आया था। गम्हरिया की ओर जाते समय कोलाबिरा के जीवनपुर मोड़ के समीप यह दर्दनाक हादसा हुआ।
हादसे के कारणों पर सवाल
सरायकेला-कांड्रा मार्ग पहले भी तेज रफ्तार वाहनों और ओवरलोडिंग के कारण कई बार दुर्घटनाओं का गवाह बन चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर ट्रकों और ट्रेलरों की तेज रफ्तार से दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। कोलाबिरा के जीवनपुर मोड़ जैसे स्थानों पर सुरक्षा इंतजामों की कमी और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इस तरह के हादसों का बड़ा कारण हैं।
स्थानीय लोगों की मदद और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने में मदद की। हालांकि, ट्रेलर चालक के मौके से फरार हो जाने पर सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे मामलों में ट्रैफिक पुलिस की गश्त क्यों नाकाफी है।
सरायकेला-कांड्रा मार्ग का इतिहास: हादसों का हॉटस्पॉट
सरायकेला-कांड्रा मार्ग झारखंड के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है, जो औद्योगिक इलाकों और शहरी क्षेत्रों को जोड़ता है। पिछले कुछ वर्षों में इस मार्ग पर दुर्घटनाओं में तेजी आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरस्पीडिंग और खराब सड़क प्रबंधन के कारण यहां हादसे बढ़ रहे हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ट्रैफिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने की जरूरत है। ट्रकों और ट्रेलरों की गति सीमा तय की जानी चाहिए और संवेदनशील इलाकों में ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जानी चाहिए।
सरायकेला-कांड्रा मार्ग पर हुई इस दुर्घटना ने एक बार फिर सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर कर दिया है। जरूरत है कि प्रशासन ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाए। साथ ही, सड़क पर चलने वाले सभी लोगों को सतर्क रहने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।
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