Jamshedpur Accident: तेज़ रफ्तार बुलेट सवार ने मारी टक्कर, मुंशी का टूटा पैर!

जमशेदपुर में तेज़ रफ्तार बुलेट का कहर! एक मुंशी को टक्कर मारकर घायल किया, लेकिन फिर आरोपी ने ही निभाई इंसानियत। क्या शहर में बढ़ते रैश ड्राइविंग पर लगेगी लगाम? जानें पूरी खबर।

Mar 10, 2025 - 15:03
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Jamshedpur Accident: तेज़ रफ्तार बुलेट सवार ने मारी टक्कर, मुंशी का टूटा पैर!
Jamshedpur Accident: तेज़ रफ्तार बुलेट सवार ने मारी टक्कर, मुंशी का टूटा पैर!

जमशेदपुर: शहर में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेज़ गति से दौड़ते वाहन रोज़ाना सड़क पर हादसों को जन्म दे रहे हैं। ताज़ा मामला जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र का है, जहां एक बुलेट सवार की तेज़ रफ्तार ने एक मुंशी को गंभीर रूप से घायल कर दिया। हादसे में उनका पैर टूट गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि, इस मामले में एक दिलचस्प मोड़ भी आया—जिस बुलेट सवार ने टक्कर मारी, वही इंसानियत दिखाते हुए घायल को अस्पताल भी लेकर गया।

कैसे हुआ हादसा?

यह घटना सोमवार दोपहर जवाहरनगर रोड नंबर 13A के पास हुई। बताया जा रहा है कि मुंशी, जो साकची से अपने घर स्कूटी पर दुकान का सामान लेकर जा रहे थे, तभी 15 नंबर की ओर से तेज़ गति से आ रही बुलेट (JH05DW2412) ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे की तीव्रता इतनी थी कि वे स्कूटी समेत सड़क पर गिर गए और उनका पैर टूट गया।

हादसे के बाद क्या हुआ?

दुर्घटना होते ही आसपास के लोगों ने शोर मचाया और मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। इसी बीच टाइगर मोबाइल के जवान भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बुलेट को जब्त कर मानगो थाना भेज दिया।

तेज़ रफ्तार का शहर में बढ़ता खतरा!

जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में रफ्तार का कहर लगातार बढ़ रहा है। खासतौर पर बुलेट, KTM और अन्य स्पोर्ट्स बाइक चलाने वाले युवा अक्सर सड़क पर रैश ड्राइविंग करते नजर आते हैं। कई बार पुलिस इन वाहनों पर सख्ती बरतती है, लेकिन फिर भी ऐसे हादसों में कमी नहीं आ रही है।

क्या ऐसे हादसों के लिए कोई सख्त नियम हैं?

भारत में सड़क सुरक्षा कानूनों के तहत तेज़ रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग करने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है। मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के अनुसार, तेज़ रफ्तार से वाहन चलाने पर 1000 से 5000 रुपये तक का जुर्माना और लाइसेंस निलंबन का प्रावधान है। लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ जुर्माना लगाना काफी है?

क्या बुलेट सवार ने निभाई इंसानियत?

हादसे के बाद सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि जिस बुलेट सवार ने मुंशी को टक्कर मारी, उसने तुरंत इंसानियत दिखाते हुए घायल को गुरुनानक अस्पताल पहुंचाया। आमतौर पर ऐसे मामलों में आरोपी मौके से भागने की कोशिश करते हैं, लेकिन यहां स्थिति अलग थी।

शहर में बढ़ते हादसों का समाधान क्या?

  • स्पीड ब्रेकर और कैमरों की निगरानी: प्रशासन को उन इलाकों में स्पीड ब्रेकर लगाने चाहिए, जहां तेज़ रफ्तार के मामले ज्यादा आते हैं।
  • युवाओं में जागरूकता: ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए लोगों को शिक्षित करने की ज़रूरत है।
  • सख्त कानून और जुर्माना: रैश ड्राइविंग करने वालों पर और कड़े कानून लागू करने होंगे ताकि ऐसे हादसे रोके जा सकें।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

फिलहाल, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बुलेट सवार की पहचान की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि दुर्घटना तेज़ रफ्तार के कारण हुई या फिर लापरवाही की वजह से।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।