Bihar Politics: तेजप्रताप का 'तीसरा मोर्चा'! बिहार चुनाव में RJD के सामने भाई ने खड़ी की नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल', 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी, महुआ से खुद लड़ेंगे चुनाव, मनेर में भाई वीरेंद्र को दी खुली चुनौती!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले तेजप्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। वह खुद महुआ से चुनाव लड़ेंगे और मनेर सीट से RJD के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र को चुनौती देने के लिए शंकर यादव को उतारा है। JJD खुद को भ्रष्टाचार मुक्त 'तीसरे विकल्प' के रूप में प्रस्तुत कर रही है।
बिहार की राजनीति हमेशा से परिवारवाद और सत्ता के समीकरणों के संघर्ष के लिए जानी जाती रही है। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एक अभूतपूर्व ट्विस्ट आया है, जहां राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के संस्थापक के सबसे बड़े पुत्र और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने खुद अपनी राह बनाते हुए एक नई राजनीतिक शुरुआत की है। सोमवार को उन्होंने अपनी नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल' (JJD) के 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करके साफ कर दिया है कि इस बार की जंग सिर्फ विपक्ष से नहीं, बल्कि घर के अंदर से भी होगी।
बिहार की राजनीति के इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो बड़े नेताओं के वंशजों ने अक्सर पार्टी के भविष्य को लेकर अलग-अलग रास्ते चुने हैं। तेजप्रताप यादव का यह कदम न सिर्फ RJD के वोटबैंक में सेंधमारी का खतरा पैदा करता है, बल्कि पूरे राज्य में युवाओं को एक विकल्प देने का दावा भी करता है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि यह चुनाव "जनता की आवाज़ और युवाओं के सम्मान" का चुनाव होगा।
महुआ से फिर शुरुआत, युवाओं पर फोकस
तेजप्रताप यादव ने स्पष्ट किया कि वह अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत वाली सीट महुआ से ही एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2015 में इसी सीट से जीतकर पहली बार विधायक पद ग्रहण किया था।
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युवा चेहरे: JJD की पहली सूची में कई युवा चेहरे शामिल हैं। इनमें छात्र राजनीति, सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण क्षेत्रों से सक्रिय युवा प्रमुख हैं। पार्टी का फोकस नई सोच और युवाओं की ताकत को आगे लाना है।
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"तीसरा विकल्प": तेजप्रताप ने कहा कि बिहार की जनता को अब तक सिर्फ दो ही विकल्प मिलते रहे हैं, लेकिन जनशक्ति जनता दल अब भ्रष्टाचार से मुक्त और जनता के मुद्दों पर केंद्रित एक मजबूत 'तीसरा विकल्प' बनकर सामने आएगी।
मनेर सीट पर आरजेडी को खुली चुनौती
तेजप्रताप यादव की उम्मीदवारों की सूची में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित मनेर विधानसभा सीट कर रही है। इस सीट से उन्होंने सीधे तौर पर RJD के वरिष्ठ और लगातार जीतने वाले नेता भाई वीरेंद्र को चुनौती दी है।
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शंकर यादव: मनेर सीट से शंकर यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। तेजप्रताप ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह मनेर से ऐसा उम्मीदवार देंगे जो भाई वीरेंद्र को हराकर जनता की सच्ची आवाज बनेगा। यह कदम सीधे तौर पर RJD के पुराने गढ़ को टूटने की चेतावनी देता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजप्रताप की यह रणनीति RJD से नाराज कार्यकर्ताओं, युवा मतदाताओं और उन दलों को एकजुट करने की है जो पारंपरिक समीकरणों से उब चुके हैं। जनशक्ति जनता दल ने संकेत दिए हैं कि उनकी अगली सूची में महिला उम्मीदवारों और पिछड़े वर्गों के प्रतिनिधियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो बिहार की जातिगत राजनीति में एक संतुलन बनाने की कोशिश होगी।
तेजप्रताप यादव ने अपने इस फैसले से बिहार विधानसभा चुनाव को एक नई दिशा दे दी है। अब देखना यह है कि उनकी 'जनशक्ति' RJD और NDA के स्थापित राजनीतिक गढ़ों में कितनी बड़ी सेंधमारी कर पाती है।
आपकी राय में, बिहार की पारिवारिक और जातिगत राजनीति में किसी भी नए 'तीसरे मोर्चे' या पार्टी को सफलता पाने के लिए किन दो सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक घटकों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए?
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