Ranchi Arrest Warrant: CBI की बड़ी कार्रवाई, JPSC घोटाले में 21 के खिलाफ वारंट, अब होगी गिरफ्तारी!

JPSC नियुक्ति घोटाले में CBI का बड़ा एक्शन! 21 आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग, जल्द हो सकती है बड़ी गिरफ्तारी। जानिए पूरा मामला।

Feb 28, 2025 - 10:04
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Ranchi Arrest Warrant: CBI की बड़ी कार्रवाई, JPSC घोटाले में 21 के खिलाफ वारंट, अब होगी गिरफ्तारी!
Ranchi Arrest Warrant: CBI की बड़ी कार्रवाई, JPSC घोटाले में 21 के खिलाफ वारंट, अब होगी गिरफ्तारी!

रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) के बहुचर्चित प्रथम नियुक्ति घोटाले में बड़ा ऐक्शन होने जा रहा है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को सीबीआई कोर्ट में आवेदन देकर 21 आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग की है। अगर कोर्ट से अनुमति मिलती है, तो इन सभी आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।

12 साल बाद तेज हुई जांच, बढ़ी मुश्किलें

गौरतलब है कि इस मामले की जांच करीब 12 साल से चल रही थी, लेकिन अब CBI ने अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी है। बीते 4 मई को सीबीआई ने झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. दिलीप प्रसाद समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए 16 जनवरी को CBI कोर्ट ने 47 अधिकारियों सहित कुल 74 आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया था।

सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद कई आरोपियों ने अग्रिम जमानत की गुहार लगाई, लेकिन अदालत ने 9 आरोपियों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। अब गिरफ्तारी वारंट की मांग के साथ ही इस मामले में और बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

इन आरोपियों पर गिर सकती है गाज

CBI ने जिन 21 आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की अपील की है, उनमें कई चर्चित नाम शामिल हैं। इनमें हेमा प्रसाद, डॉ. बिजय प्रसाद सिंह, परमानंद सिंह, डॉ. हरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. बीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. हरेंद्र नारायण चौधरी, राज महेश्वर राम, प्रदीप कुमार, चिंटू दोराई बुरू, सौरव प्रसाद, अनवर हुसैन, संदीप दुबे, शालिनी, दीपू कुमार, पंकज कुमार, धीरेंद्र कुमार सिंह, भागीरथ प्रसाद, मोहम्मद जियाउल अंसारी, दिनेश कुमार रंजन, सागर कुमार और प्रेमलता मुर्मू के नाम शामिल हैं।

शालिनी विजय का नाम फिर आया चर्चा में

वारंट की मांग की लिस्ट में शालिनी विजय का नाम भी शामिल है, जिसकी रहस्यमयी मौत बीते 21 फरवरी को केरल के कोच्चि में हुई थी। शालिनी का शव उसकी मां और भाई के शव के साथ फ्लैट में संदिग्ध स्थिति में मिला था। इस घटना ने पहले ही कई सवाल खड़े कर दिए थे। कोच्चि पुलिस को उसके भाई के कमरे से एक नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें लिखा था कि उसकी संपत्ति अबूधाबी में रहने वाली उसकी बहन को दे दी जाए। अब CBI की नई कार्रवाई से यह मामला फिर सुर्खियों में आ गया है।

JPSC घोटाले की पृष्ठभूमि: क्या था पूरा मामला?

JPSC का यह घोटाला झारखंड की सबसे बड़ी भर्ती घोटालों में से एक माना जाता है। इसमें प्रथम नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई थीं। आरोप था कि इस घोटाले में पैसे लेकर गलत तरीके से भर्ती की गई थी। 2010 में इस मामले का खुलासा होने के बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। प्रारंभिक जांच में गड़बड़ियों की पुष्टि होने के बाद इसे CBI को सौंपा गया।

CBI ने जांच में पाया कि चयन प्रक्रिया में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ था, जिसके बाद आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष समेत कई बड़े अधिकारियों और पदाधिकारियों को आरोपी बनाया गया। अब गिरफ्तारी वारंट जारी होने की स्थिति में इस मामले में बड़ी गिरफ्तारी देखने को मिल सकती है।

अब आगे क्या?

अब सबकी निगाहें CBI कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। अगर गिरफ्तारी वारंट जारी होता है, तो CBI जल्द ही इन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है। इससे मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद है। इस घोटाले ने झारखंड की भर्ती प्रक्रिया पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मची हुई है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।