Jharkhand Water Crisis: महिलाओं का सड़क पर हंगामा, जल जीवन मिशन हुआ फेल!
झारखंड के राजनगर प्रखंड में जल जीवन मिशन पूरी तरह फेल हो गया है। पानी न मिलने से महिलाएं सड़क पर उतर आईं और पीएचईडी विभाग के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
झारखंड के राजनगर प्रखंड के बाना पंचायत अंतर्गत कोलाबाड़िया ऊपर टोला में जल जीवन मिशन पूरी तरह असफल साबित हुआ। पानी की गंभीर समस्या से परेशान महिलाएं हाथों में बाल्टी लेकर सड़क पर उतर आईं और पीएचईडी विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि योजना के नाम पर सिर्फ एक पानी की टंकी खड़ी कर दी गई, लेकिन घर-घर पाइपलाइन कनेक्शन नहीं दिया गया। न तो पानी की आपूर्ति हो रही है और न ही नलकूप चल रहे हैं। गांव में मौजूद सोलर मिनार भी सिर्फ दिखावा बनकर रह गया है।
पानी के लिए नदी का सहारा
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि पीने के पानी के लिए उन्हें नदी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। बच्चों और परिवार के लिए साफ पानी मिलना मुश्किल हो गया है। उनका कहना है कि कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार के आरोप
ग्रामीणों ने ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि उन्होंने घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर योजना में केवल भुगतान ले लिया। कहा गया कि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से योजना केवल कागजों में चल रही है।
गांव वालों का कहना है कि गायत्री कंस्ट्रक्शन के माध्यम से कई जगह काम कराया गया, लेकिन अधिकांश पाइपलाइन फट चुकी है। टंकी से पानी नहीं निकलता और सोलर पैनल भी खराब पड़े हैं।
उच्चस्तरीय जांच की मांग
ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। ताकि पता चल सके कि योजना में किस स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ और ठेकेदारों ने कैसे पैसे का दुरुपयोग किया।
प्रशासनिक लापरवाही की पोल खुली
यह घटना झारखंड में सरकारी योजनाओं की असलियत और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है। जहां योजनाएँ बनती हैं, लेकिन उनका लाभ लोगों तक नहीं पहुंचता।
महिलाओं का संघर्ष
ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि वे अब चुप नहीं बैठेंगी। वे लगातार प्रदर्शन करेंगी और अपनी आवाज बुलंद करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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