जमशेदपुर में पूर्व बैंक मैनेजर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा

जमशेदपुर के सोनारी दोमुहानी पुल से कूदकर पूर्व बैंक मैनेजर रंजन कुमार ने आत्महत्या की। घटना के पीछे डिप्रेशन का कारण सामने आया है। सुसाइडल नोट भी बरामद हुआ, जिसमें आत्महत्या के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया गया है।

Aug 31, 2024 - 14:26
Aug 31, 2024 - 15:41
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जमशेदपुर में पूर्व बैंक मैनेजर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
जमशेदपुर में पूर्व बैंक मैनेजर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा

जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां कुमारपाड़ा निवासी और बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व मैनेजर रंजन कुमार (40) ने सोनारी दोमुहानी पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

मां की मौत के बाद से थे डिप्रेशन में:

रंजन कुमार पहले गुजरात में बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर के पद पर तैनात थे। करीब दो साल पहले, मां की तबियत खराब होने के कारण उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और जमशेदपुर आ गए। लेकिन उनकी मां का निधन हो गया, जिससे रंजन कुमार गहरे डिप्रेशन में चले गए। बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से वह मानसिक तनाव से गुजर रहे थे, और इसी कारणवश उन्होंने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया।

सुसाइड नोट से हुआ खुलासा:

रंजन कुमार ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसे पुलिस ने उनके कमरे से बरामद किया। इस नोट में उन्होंने जमशेदपुर के एसएसपी और सोनारी थानेदार को संबोधित करते हुए अपनी आत्महत्या के लिए किसी को भी दोषी नहीं ठहराया है। उन्होंने यह भी लिखा कि वह अपनी मानसिक स्थिति के कारण इस कदम को उठा रहे हैं और इसके लिए किसी अन्य को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।

पुलिस और गोताखोरों की कड़ी मशक्कत:

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और गोताखोर टीम मौके पर पहुंची और नदी में तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि, नदी का बहाव तेज होने के कारण रंजन कुमार का शव बरामद नहीं हो सका है। पुलिस को आशंका है कि तेज बहाव के कारण शव बह गया होगा।

परिजनों का हाल बेहाल:

इस दुखद घटना के बाद से रंजन कुमार के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। उनके करीबी लोगों ने बताया कि वह एक शांत और मददगार स्वभाव के व्यक्ति थे, लेकिन पिछले कुछ समय से वे बहुत ही उदास और चिंतित रहते थे। परिजनों ने भी बताया कि मां की मृत्यु के बाद से ही रंजन का व्यवहार बदल गया था और वह गहरे अवसाद में रहने लगे थे।

समाज के लिए सीख:

रंजन कुमार की आत्महत्या की इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर किया है। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लेने और समय पर मदद प्राप्त करने की जरूरत है। परिवार और दोस्तों को चाहिए कि वे ऐसे किसी भी संकेत को नजरअंदाज न करें और आवश्यकतानुसार पेशेवर मदद लें।

पुलिस की अपील:

पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि वे मानसिक तनाव के संकेतों को समझें और जरूरत पड़ने पर पेशेवर मदद लें। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या किसी भी समस्या का हल नहीं है और जीवन में किसी भी कठिनाई से निपटने के लिए हमेशा रास्ते मौजूद होते हैं।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।