जमशेदपुर स्कूल में चोरी और आगजनी: बागुनहातु के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में असामाजिक तत्वों का उत्पात
जमशेदपुर के बागुनहातु स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में असामाजिक तत्वों ने लाइब्रेरी की किताबें जला दीं और खिड़कियाँ, दरवाजे और पंखे चुरा लिए। यह घटना स्कूल में सुरक्षा की गंभीर कमी को दर्शाती है, जिसके लिए प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।
जमशेदपुर के बागुनहातु स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरना एक बार फिर असामाजिक तत्वों की बर्बरता का शिकार बना है। स्कूल की लाइब्रेरी में रखी किताबों को जला दिया गया और खिड़कियाँ, दरवाजे, पंखे तक चुरा लिए गए। यह घटना न केवल स्कूल के लिए बड़ा नुकसान है, बल्कि शिक्षा के प्रति असामाजिक तत्वों की घृणात्मक सोच को भी दर्शाता है।
घटना का विवरण:
स्कूल के प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया कि आए दिन इस स्कूल में चोरी की घटनाएं हो रही हैं। पिछले तीन दिनों से स्कूल बंद था और इसी बीच असामाजिक तत्वों ने लाइब्रेरी में रखी किताबों को आग के हवाले कर दिया। जब बुधवार सुबह स्कूल खोला गया, तो लाइब्रेरी की सभी किताबें गायब थीं और कक्षाओं में लगे पंखे और लोहे की खिड़कियाँ भी चोरी हो चुकी थीं। इस घटना के पहले भी स्कूल में चोरी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद फिर से ऐसी घटना हो गई।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं:
यह पहली बार नहीं है जब इस स्कूल में चोरी हुई हो। इससे पहले भी विद्यालय में कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। किताबों को जलाने और खिड़कियों व पंखों की चोरी ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों को हताश कर दिया है। यह स्थिति शिक्षा के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में उभर रही है।
समाज और प्रशासन की भूमिका:
शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं न केवल छात्रों के भविष्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति को भी दर्शाती हैं। स्थानीय प्रशासन को इस घटना पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
विद्यालय का भविष्य:
असामाजिक तत्वों द्वारा लाइब्रेरी में आग लगाना और सामान चुराना न केवल आर्थिक रूप से बल्कि नैतिक रूप से भी विद्यालय को कमजोर करता है। यदि प्रशासन और समाज मिलकर इन घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाते, तो शिक्षा के मंदिर असुरक्षित हो जाएंगे और बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।
जमशेदपुर के बागुनहातु में स्थित इस स्कूल में हुई चोरी और आगजनी की घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कब तक स्कूलों को इस तरह की असुरक्षा में रहना पड़ेगा। स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर इन घटनाओं का समाधान निकालने की दिशा में कदम उठाने चाहिए ताकि शिक्षा का माहौल सुरक्षित और समृद्ध रह सके।
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