Jamshedpur Appeal: गर्मी से बेहाल छात्र, स्कूल टाइम बदलने की उठी मांग!
जमशेदपुर में भीषण गर्मी के कारण स्कूलों का समय बदलने की मांग तेज, समाजसेवी करनदीप सिंह ने डीसी को ट्वीट कर उठाई आवाज। जानिए, क्या होगा प्रशासन का अगला कदम?

जमशेदपुर, 4 मार्च 2025: भीषण गर्मी में स्कूलों का समय बदले जाने की मांग तेज हो गई है। समाजसेवी करनदीप सिंह ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए जिला प्रशासन को ट्वीट कर गुहार लगाई कि स्कूलों का समय बदलकर सुबह 7:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक कर दिया जाए।
भीषण गर्मी में स्कूल जाना बना चुनौती
मार्च की शुरुआत में ही तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच रहा है, जिससे छात्रों को स्कूल जाने में दिक्कतें हो रही हैं। सरकारी स्कूलों में तो हालात और भी खराब हैं, जहां पंखे और पानी की किल्लत बच्चों को बेहाल कर रही है। कई स्कूलों में बिजली नहीं होने से क्लासरूम तप रहे हैं, जिससे पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है।
समाजसेवी करनदीप सिंह ने उठाई आवाज
जमशेदपुर के समाजसेवी करनदीप सिंह ने मंगलवार को डीसी को ट्वीट कर स्कूलों के समय में बदलाव की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में छात्रों को भारी गर्मी में स्कूल जाना पड़ रहा है, जिससे उनकी सेहत पर असर पड़ रहा है।
"स्कूलों में पीने के पानी और बिजली की समस्या बनी हुई है। गर्मी के कारण बच्चे और शिक्षक दोनों परेशान हैं। ऐसे में प्रशासन को तत्काल स्कूलों का समय बदलना चाहिए," – करनदीप सिंह।
रमजान के रोजेदारों को हो रही परेशानी
इस समय मुस्लिम समुदाय रमजान के पवित्र महीने में रोजा रख रहा है। कई स्कूलों में शिक्षक और छात्र दोनों रोजेदार हैं, जिन्हें गर्मी में बिना पानी और भोजन के स्कूल जाना मुश्किल हो रहा है। करनदीप सिंह ने इस कारण से भी प्रशासन से अनुरोध किया है कि स्कूलों का समय जल्द बदला जाए।
इतिहास में भी बदला जा चुका है स्कूल टाइम
यह पहली बार नहीं है जब गर्मी के कारण स्कूलों के समय में बदलाव की मांग उठी है। हर साल मई-जून में स्कूलों का समय सुबह 7:00 से दोपहर 1:00 बजे किया जाता है, लेकिन इस बार गर्मी समय से पहले ही बढ़ने लगी है। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा के लिए पहले ही कदम उठाना जरूरी है।
प्रशासन क्या करेगा?
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया देता है। क्या स्कूलों का समय बदलेगा? या फिर बच्चों को इसी भीषण गर्मी में स्कूल जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा?
जनता की अपील: जल्द हो फैसला
अभिभावकों का कहना है कि जिला प्रशासन को बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुरंत फैसला लेना चाहिए। अगर समय रहते स्कूलों का समय नहीं बदला गया, तो गर्मी और लू की चपेट में आकर बच्चे बीमार भी पड़ सकते हैं।
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