ह्यूमन वेल्फेयर ट्रस्ट ने एपीआर नायर अवार्ड से शिक्षकों को किया सम्मानित
जमशेदपुर में ह्यूमन वेल्फेयर ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में एपीआर नायर की पुण्यतिथि के अवसर पर शिक्षकों को उनके योगदान के लिए एपीआर नायर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
ह्यूमन वेल्फेयर ट्रस्ट ने इस साल भी शहर के प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एपीआर नायर की पुण्यतिथि के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें शिक्षकों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पुरुलिया रोड स्थित आजाद मैरेज हॉल में हुआ, जहां प्रमुख अतिथियों और समाज के बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में शिक्षकों को एपीआर नायर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की प्रमुख बातें:
हर वर्ष की तरह, इस वर्ष भी एपीआर नायर की पुण्यतिथि पर शहर के जाने-माने शिक्षाविदों को सम्मानित किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में लक्ष्मी आर ने उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि विशिष्ट अतिथियों में सीदगोड़ा थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी खान और आजाद नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार सिंह मौजूद थे। साथ ही, रूपा घोष, प्राचार्या केरला पब्लिक स्कूल मानगो, और समाजसेवी सैयद मंजर अमीन भी मंच की शोभा बढ़ा रहे थे।
सम्मानित शिक्षकों की सूची:
इस अवसर पर कई शिक्षकों को उनके शिक्षण के प्रति समर्पण और योगदान के लिए मेमेंटो और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। इनमें शामिल थे:
- डॉ. निधि श्रीवास्तव, प्राचार्या विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल
- शहनाज सुलताना, शिक्षिका कबीर मेमोरियल उर्दू हाई स्कूल
- प्रोफेसर अहमद बद्र, करीम सीटी कॉलेज
कार्यक्रम में शहर के कई सम्माननीय व्यक्तित्वों की उपस्थिति रही। इनमें खेल प्रशिक्षक श्याम शर्मा, समाजसेवी सैयद तारिक, हेड मास्टर गुलरेज अय्युब, और कई अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
आयोजकों का योगदान:
कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत ह्यूमन वेल्फेयर ट्रस्ट के सचिव मुख्तार आलम खान द्वारा किया गया, जबकि कार्यक्रम का संचालन करीम सीटी कॉलेज के प्रोफेसर अनवर साहब ने किया। अंत में, धन्यवाद ज्ञापन मतीनुल हक द्वारा किया गया।
एपीआर नायर का योगदान:
एपीआर नायर, जिन्हें इस आयोजन में याद किया गया, जमशेदपुर के शिक्षाविदों के बीच एक महत्वपूर्ण नाम हैं। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सुधार लाने के साथ-साथ सामाजिक सेवा के कार्यों में भी योगदान दिया था। उनकी स्मृति में यह पुरस्कार शिक्षकों को उनके शिक्षा के प्रति समर्पण और छात्रों के उज्जवल भविष्य के निर्माण में उनके योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
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