Jamshedpur Tragedy: मोबाइल दुकानदार रॉनी का ‘अलविदा’ व्हाट्सएप स्टेटस बना मौत का इशारा – छोटाबांकी डैम पर मिली लाश, फैली सनसनी
क्या पारिवारिक तनाव ने ली जमशेदपुर के जाने-माने मोबाइल दुकानदार रॉनी की जान या मौत के पीछे कोई और राज छिपा है?
Jamshedpur Tragedy: मोबाइल दुकानदार रॉनी का ‘अलविदा’ व्हाट्सएप स्टेटस बना मौत का इशारा – छोटाबांकी डैम पर मिली लाश, फैली सनसनी
जमशेदपुर, 8 अक्टूबर: टाटा नगरी जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई।
खरंगाझार के जाने-माने मोबाइल दुकानदार रॉनी ने छोटाबांकी डैम के पास आत्महत्या कर ली।
इस खबर ने न सिर्फ इलाके में सनसनी फैला दी, बल्कि हर उस व्यक्ति को झकझोर दिया जो रॉनी को एक खुशमिजाज और मिलनसार इंसान के रूप में जानता था।
घटना स्थल से बरामद सल्फास की गोली और स्कूटी
घटना की शुरुआत बुधवार सुबह तब हुई जब स्थानीय लोगों ने छोटाबांकी डैम के किनारे एक युवक का शव देखा।
सूचना मिलते ही एमजीएम थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस को पास ही रॉनी की स्कूटी खड़ी मिली, और उसकी जेब से सल्फास की गोली का पैकेट बरामद हुआ।
पुलिस ने प्राथमिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई है।
मामले को और संवेदनशील तब बना दिया जब पुलिस ने रॉनी के मोबाइल की जांच की —
उसका आखिरी व्हाट्सएप स्टेटस था – “अलविदा।”
यह छोटा सा शब्द अब पूरे इलाके में सवालों का तूफान खड़ा कर रहा है – आखिर रॉनी ने ऐसा क्यों किया?
“मंगलवार दोपहर निकले थे, फिर कभी लौटे नहीं”
रॉनी के पड़ोसी रतन महतो ने बताया कि मंगलवार दोपहर लगभग 2:30 बजे रॉनी घर से दुकान के लिए निकले थे।
रात तक जब वे घर नहीं लौटे, तो परिवार ने खोजबीन शुरू की।
मोबाइल लोकेशन ट्रैक करने पर पता चला कि उनका फोन छोटाबांकी डैम के आसपास एक्टिव था।
परिवार जब वहां पहुंचा, तो सब कुछ खत्म हो चुका था।
रॉनी का शव पानी के किनारे पड़ा था, स्कूटी पास में खड़ी थी।
परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पहले बिरसानगर थाना को सूचना दी गई, लेकिन क्षेत्राधिकार एमजीएम थाना का होने के कारण एमजीएम पुलिस ने मामला अपने हाथ में लिया।
“पारिवारिक तनाव था, पर ऐसा कदम उठाएंगे ये किसी ने नहीं सोचा”
पड़ोसी और परिजनों के अनुसार, रॉनी पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक तनाव में थे।
हालांकि किसी को यह अंदाज़ा नहीं था कि वे आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लेंगे।
एक रिश्तेदार ने बताया –
“रॉनी हमेशा मुस्कुराते रहते थे। दुकान में हमेशा ग्राहकों से हंसते-बोलते थे। हमें कभी नहीं लगा कि वे अंदर से इतने टूट चुके हैं।”
रॉनी के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।
उनकी अचानक मौत ने पूरे घर को शोक और सदमे में डुबो दिया है।
मोबाइल दुकानदार रॉनी – एक मेहनती युवक, जिसने संघर्ष से बनाया नाम
रॉनी का नाम खरंगाझार और आसपास के इलाके में एक सफल मोबाइल दुकानदार के रूप में जाना जाता था।
उन्होंने कुछ साल पहले ही अपनी दुकान शुरू की थी और मेहनत से इलाके में अपनी अलग पहचान बनाई।
ग्राहकों के बीच वे ईमानदार और सौम्य व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे।
उनकी दुकान पर हमेशा भीड़ रहती थी, क्योंकि वे लोगों की तकनीकी दिक्कतों को धैर्यपूर्वक सुलझाते थे।
उनकी मौत ने न सिर्फ एक परिवार की खुशियां छीन लीं, बल्कि इलाके से एक मेहनती और कर्मठ युवा व्यापारी को भी छीन लिया।
“अलविदा” स्टेटस – एक शब्द जिसने सबका दिल तोड़ दिया
आत्महत्या से ठीक पहले रॉनी ने अपना व्हाट्सएप स्टेटस बदला – “अलविदा”।
यह स्टेटस अब एक रहस्य और संदेश दोनों बन चुका है।
क्या यह परिवार के लिए आखिरी संदेश था? या जीवन के संघर्षों से हार मानने का संकेत?
पारिवारिक तनाव और मानसिक दबाव – बढ़ती आत्महत्याओं का नया कारण
हाल के वर्षों में जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में पारिवारिक कलह, कर्ज और मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं।
पुलिस और सामाजिक संगठनों के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक वर्ष में टेल्को, बिष्टुपुर और एमजीएम क्षेत्रों से 20 से अधिक आत्महत्या के मामले सामने आए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की कमी और तनाव झेल रहे व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता का अभाव इस समस्या को और गहरा बना रहा है।
रॉनी की मौत ने इस बहस को फिर जीवित कर दिया है कि –
क्या हम अपने आस-पास के लोगों के दर्द को समझने की कोशिश कर रहे हैं?
पुलिस की कार्रवाई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल, पुलिस ने शव को एमजीएम अस्पताल भेज दिया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि होगी।
एमजीएम थाना प्रभारी ने कहा कि परिवार से बयान लिए जा रहे हैं, और यदि किसी तरह का दबाव या उकसावे का तत्व सामने आता है, तो मामला उसी अनुसार आगे बढ़ाया जाएगा।
इलाके में शोक की लहर – “यकीन नहीं हो रहा कि रॉनी अब नहीं रहे”
खरंगाझार और छोटाबांकी इलाकों में रॉनी के परिचितों में गहरा शोक और अविश्वास का माहौल है।
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी, वहीं कुछ ने लिखा –
“हम कल ही दुकान पर उनसे मिले थे। हंसते हुए बोले थे कि नया मॉडल आने वाला है। कैसे मानें कि वही अब नहीं हैं।”
रॉनी की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि मुस्कान के पीछे छिपा दर्द अक्सर नजर नहीं आता।
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