बोड़ाम हत्या कांड: राजाराम सोरेन की हत्या का रहस्योद्घाटन, मोबाइल विवाद बना मौत का कारण
जमशेदपुर के बोड़ाम में हुई राजाराम सोरेन की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया। मोबाइल विवाद बना मौत का कारण। जानें पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की पूरी कहानी।
जमशेदपुर: जमशेदपुर के ग्रामीण इलाका बोड़ाम में 10 जून को हुई राजाराम सोरेन की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 10 जून को लायलम के जंगल में एक अज्ञात शव मिला था। बाद में उसकी पहचान पटमदा के पलमा के खेड़ुआ गांव के रहने वाले 24 वर्षीय राजाराम सोरेन के रूप में हुई। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की, जिसमें यह पाया गया कि मृतक के साथ सेफाली मांडी का मोबाइल के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था।
इस विवाद के बाद, सेफाली मांडी ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजाराम सोरेन की हत्या कर दी और शव को लायलम के जंगल में छिपा दिया था। पुलिस ने कांड में शामिल मोटरहाइकिल, मोबाइल समेत अन्य सामानों को जब्त किया है। पकड़े गए आरोपियों में सुरेश बेसरा उर्फ भादू बेसरा, जनमंजय महतो उर्फ छोटू महतो, कार्तिक मुर्मू, सेफाली मांडी, छोटू सबर, सुपल सबर उर्फ फुचू सबर, श्रवण मांडी उर्फ टेम्पू मांडी, कबीर हुसैन समेत अन्य लोग शामिल हैं।
इन सारे आरोपियों को पटमदा डीएसपी बचनदेव कुजूर और बोड़ाम थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने पकड़ा और अनुसंधान कर हत्याकांड का खुलासा किया।
क्या मोबाइल विवाद बना मौत का कारण?
यह घटना यह दर्शाती है कि छोटे विवाद भी कभी-कभी कितने गंभीर रूप ले सकते हैं। पुलिस की तत्परता और सतर्कता ने इस मामले का जल्द खुलासा कर आरोपियों को पकड़ा। उम्मीद है कि न्याय प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी और मृतक के परिवार को न्याय मिलेगा।
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