Google द्वारा AI-जनित सामग्री की पहचान के लिए सर्च परिणामों में नए लेबल पेश किए जाएंगे, पारदर्शिता बढ़ाने की पहल

Google अब AI द्वारा बनाई गई या संपादित सामग्री को सर्च परिणामों में लेबल करेगा, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी। यह पहल सर्च, इमेज, और विज्ञापन प्रणालियों में लागू होगी, जिससे उपयोगकर्ता और विज्ञापनदाता अधिक विश्वसनीय जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

Sep 18, 2024 - 12:22
Sep 18, 2024 - 19:44
 0
Google द्वारा AI-जनित सामग्री की पहचान के लिए सर्च परिणामों में नए लेबल पेश किए जाएंगे, पारदर्शिता बढ़ाने की पहल
Google द्वारा AI-जनित सामग्री की पहचान के लिए सर्च परिणामों में नए लेबल पेश किए जाएंगे, पारदर्शिता बढ़ाने की पहल

Google ने एक नई पहल की घोषणा की है, जिसके तहत सर्च परिणामों में AI-जनित (AI-generated) सामग्री को स्पष्ट रूप से चिह्नित किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य पारदर्शिता को बढ़ावा देना और उपयोगकर्ताओं को यह समझने में मदद करना है कि वे जिस सामग्री के संपर्क में आ रहे हैं, वह AI द्वारा बनाई गई है या संपादित की गई है। यह पहल Google की सर्च, इमेज और विज्ञापन प्रणाली में लागू की जाएगी, ताकि उपयोगकर्ता और विज्ञापनदाता दोनों के लिए प्लेटफॉर्म अधिक विश्वसनीय बने।

AI सामग्री के लेबलिंग की आवश्यकता:
जैसा कि AI द्वारा निर्मित मीडिया तेजी से बढ़ रहा है, पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए Google ने यह फैसला लिया है। अब, जब उपयोगकर्ता Google सर्च, इमेज या लेंस का उपयोग करेंगे और उन्हें AI-जनित या संपादित सामग्री मिलेगी, तो वे "इस छवि के बारे में" फीचर का उपयोग करके जान सकेंगे कि क्या वह छवि AI द्वारा बनाई गई या संपादित की गई है। इसके साथ ही, यह फीचर उपयोगकर्ताओं को उस सामग्री की उत्पत्ति और उसके निर्माण प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगा।

C2PA मेटाडेटा और विज्ञापन प्रणाली में समावेश:
Google अपने सर्च परिणामों में सामग्री को चिह्नित करने के लिए Coalition for Content Provenance and Authenticity (C2PA) द्वारा विकसित मेटाडेटा तकनीक का भी उपयोग करेगा। C2PA मेटाडेटा की सहायता से विज्ञापनों में भी AI-संबंधित सामग्री की पहचान सुनिश्चित की जाएगी, ताकि Google की नीतियों के अनुसार विज्ञापनदाता AI-जनित सामग्री का सही उपयोग करें। यह प्रणाली Google की विज्ञापन नियमों को लागू करने की क्षमता को बेहतर बनाएगी, जिससे विज्ञापन प्रणाली उपयोगकर्ताओं और विज्ञापनदाताओं दोनों के लिए अधिक भरोसेमंद हो जाएगी।

YouTube में भी AI पहचान का विस्तार:
इसके अलावा, Google YouTube पर भी AI-जनित या AI द्वारा संपादित वीडियो की पहचान के लिए लेबल लगाने के तरीकों की खोज कर रहा है। इससे दर्शकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि वीडियो किस प्रकार बनाया गया है। इस फीचर पर और भी अपडेट साल के अंत तक आने की संभावना है।

कंटेंट क्रेडेंशियल्स और सुरक्षा मानक:
Google और उसके साझेदारों ने सामग्री निर्माण की प्रक्रिया को ट्रैक करने के लिए नए तकनीकी मानकों को विकसित किया है, जिसे "Content Credentials" कहा जाता है। ये क्रेडेंशियल्स इस बात की पुष्टि करेंगे कि कोई फोटो या वीडियो किसी विशिष्ट कैमरा मॉडल से लिया गया है, संपादित किया गया है या AI द्वारा उत्पन्न किया गया है। इस प्रक्रिया को टैम्परिंग से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि सामग्री का स्रोत विश्वसनीय बना रहे।

SynthID और Google की अन्य पहलें:
Google न केवल कंटेंट लेबलिंग पर ध्यान दे रहा है, बल्कि SynthID जैसे वॉटरमार्किंग टूल पर भी काम कर रहा है। यह Google DeepMind द्वारा विकसित किया गया एक एम्बेडेड वॉटरमार्किंग टूल है, जो AI-जनित सामग्री जैसे टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो की पहचान करने में मदद करेगा। इसके जरिए AI द्वारा बनाई गई सामग्री को आसानी से पहचाना जा सकेगा।

Google की यह नई पहल ऑनलाइन सामग्री को अधिक पारदर्शी, विश्वसनीय और समझने में आसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जैसे-जैसे AI मीडिया निर्माण में प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है, Google का यह प्रयास उपयोगकर्ताओं और विज्ञापनदाताओं दोनों के लिए एक सुरक्षित और पारदर्शी डिजिटल वातावरण बनाने में मदद करेगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।