Jamshedpur Saraswati Puja 2025: जमशेदपुर में 31 फीट सरस्वती पूजा के उद्घाटन में शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन की विशेष भागीदारी, जानिए क्या हुआ!
झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी को 31 फीट की सार्वजनिक सरस्वती पूजा में शामिल होने के लिए सादर आमंत्रित किया गया। जानिए इस भव्य पूजा के शुभारंभ और प्रमुख नेताओं की भागीदारी के बारे में।
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हर साल की तरह इस बार भी झारखंड के जमशेदपुर शहर में आयोजित होने वाली 31 फीट की सार्वजनिक सरस्वती पूजा का आयोजन भव्यता से किया जा रहा है। इस पूजा में शामिल होने के लिए झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी को सादर आमंत्रण दिया गया, और मंत्री जी ने इस अवसर पर अपने उपस्थित होने का वचन दिया।
प्रमुख नेताओं की उपस्थिति और पूजा का महत्व
आज सुबह झामुमो युवा नेता प्रहलाद लोहरा, जो इस पूजा की आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक हैं, ने अपने टीम के साथ शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के आवास पर पहुंचकर उन्हें इस पूजा में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इस भव्य पूजा के आयोजन में मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के साथ-साथ अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित होंगे, जो झारखंड के सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं।
झारखंड में सरस्वती पूजा का महत्व बहुत गहरा है, और विशेषकर जमशेदपुर में यह पूजा एक सामाजिक और सांस्कृतिक पर्व के रूप में मनाई जाती है। 31 फीट की विशाल मूर्ति के साथ यह पूजा शहरवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन चुकी है, और इस साल भी यह आयोजन जबरदस्त धूमधाम से होने वाला है।
कमेटी की मेहनत और आयोजन
प्रहलाद लोहरा के नेतृत्व में इस आयोजन की पूरी कमेटी ने तैयारी शुरू कर दी है। पूजा के उद्घाटन समारोह में प्रमुख रूप से समिति के सदस्य राहुल लोहरा, राजू लोहरा, सुजीत लोहरा, जितेन कुमार, अभिषेक प्रधान, पवन लोहरा, मनोज लोहरा, राहुल नाग, इंद्रजीत लोहरा, शिवचरण लोहरा, और सेंटी पोल सहित कई अन्य लोग शामिल होंगे। ये सभी समिति के सक्रिय सदस्य हैं, जो पिछले कई सालों से इस पूजा को लेकर लगातार काम कर रहे हैं और इस साल भी इसे भव्य तरीके से मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर और सरस्वती पूजा
झारखंड में सरस्वती पूजा को एक धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से विद्यार्थी अपनी किताबों और लेखन सामग्री की पूजा करते हैं, ताकि वे अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकें। 31 फीट की मूर्ति की पूजा एक आकर्षण का केंद्र बन चुकी है, जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को भी दर्शाती है।
इस पूजा के आयोजन से यह भी संदेश जाता है कि झारखंड सरकार और स्थानीय नेताओं का सहयोग और भागीदारी झारखंड की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन का इस आयोजन में शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि राज्य सरकार भी अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने में सक्रिय रूप से शामिल है।
शिक्षा मंत्री का स्वागत और आशीर्वाद
सभी आयोजकों ने मंत्री श्री रामदास सोरेन जी को इस शुभ अवसर पर स्वागत करने के लिए तत्परता दिखाई और उन्हें आशीर्वाद देने की योजना बनाई है। मंत्री जी के आगमन से पूजा के महत्व में और भी इजाफा होने की उम्मीद है। उनका यह कदम स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा, और इससे यह प्रतीत होता है कि झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए सभी संबंधित पक्ष समर्पित हैं।
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