गम्हरिया में ईटागढ़-आसंगी पुल पर ग्रामीणों ने किया जाम, एप्रोच रोड न बनने से परेशान
गम्हरिया और राजनगर प्रखंड को जोड़ने वाले ईटागढ़-आसंगी पुल को ग्रामीणों ने एप्रोच रोड न बनने के कारण जाम कर दिया। जानिए कैसे सैकड़ों मजदूर फंसे और कब तक चलेगा यह विरोध।
गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024 को सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया और राजनगर प्रखंड को जोड़ने वाले ईटागढ़-आसंगी पुल पर ग्रामीणों ने आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि एप्रोच रोड न बनने के कारण वे इस कदम को उठाने के लिए मजबूर हुए हैं। इस जाम के कारण आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में ड्यूटी के लिए जाने वाले सैकड़ों मजदूर पुल पर फंस गए हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुल के निर्माण में करीब 12 साल का समय लगा, लेकिन अभी तक एप्रोच रोड नहीं बनाई गई। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने एप्रोच रोड का शिलान्यास किया था, मगर अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह अब तक अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस अधूरे काम की वजह से गम्हरिया और राजनगर प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोग परेशान हैं।
इस पुल का इस्तेमाल ईटागढ़, जयकान, नुवागढ़, दोर्दा, कुनाबेड़ा, केंदमुड़ी पंचायत और राजनगर प्रखंड के ग्रामीण और कामगार करते हैं। लंबे संघर्ष के बाद पुल का निर्माण तो हुआ, मगर एप्रोच रोड न बनने से ग्रामीणों को अब भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि जब तक एप्रोच रोड का निर्माण नहीं होता, तब तक वे पुल से किसी को भी आवागमन की अनुमति नहीं देंगे। इस विरोध के कारण इलाके में यातायात बुरी तरह प्रभावित है, और ग्रामीण अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं।
खबर लिखे जाने तक पुल पर जाम की स्थिति बनी हुई है। इस विरोध से सैकड़ों लोग परेशान हैं और यह समस्या जल्द हल नहीं होने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि वे तब तक आंदोलन जारी रखेंगे, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती।
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