Jamshedpur Fraud: विदेश में नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी, तिहाड़ से आए आरोपी घाघीडीह जेल भेजे गए
जमशेदपुर में विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले तीन आरोपी दिल्ली की तिहाड़ जेल से लाकर कोर्ट में पेश किए गए। जानिए पूरी खबर।

जमशेदपुर: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ों युवाओं को करोड़ों की चपत लगाने वाले तीन बड़े ठगों को आखिरकार कानून ने शिकंजे में ले लिया। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद इन शातिर आरोपियों को शनिवार को जमशेदपुर लाया गया, जहां कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें घाघीडीह सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
कैसे हुआ करोड़ों का यह घोटाला?
इस पूरे मामले की जड़ साकची थाना क्षेत्र के आमबागान स्थित 'हयात कंसल्टेंसी' से जुड़ी है।
- हयात कंसल्टेंसी के नाम से एक फर्जी कंपनी चलाई जा रही थी, जो युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा दे रही थी।
- इस ठगी में फैयाज खान, मुश्ताक सिद्दीकी और विश्वनाथ प्रताप सिंह नाम के तीन शातिर आरोपी शामिल थे।
- आरोपियों ने जमशेदपुर ही नहीं, बल्कि देशभर में कई लोगों से मोटी रकम ऐंठी।
- ठगी का शिकार हुए युवाओं ने जब हयात कंसल्टेंसी का दफ्तर बंद पाया, तो साकची थाने में मामला दर्ज कराया।
दिल्ली से हुई गिरफ्तारी, फिर तिहाड़ जेल
- जब मामला तूल पकड़ा, तो दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह की तलाश शुरू की।
- जनवरी में दिल्ली से इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
- जांच के दौरान जमशेदपुर पुलिस को भी इनके ठगी में शामिल होने के सबूत मिले, जिसके बाद इन्हें जमशेदपुर लाने की अनुमति मांगी गई।
- कोर्ट के आदेश पर तीनों को दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में जमशेदपुर लाया गया।
जमशेदपुर में कोर्ट पेशी और जेल भेजने की प्रक्रिया
- शनिवार को दिल्ली पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर जमशेदपुर पहुंची।
- सबसे पहले एमजीएम अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई।
- इसके बाद कोर्ट में पेशी हुई, जहां से इन्हें घाघीडीह सेंट्रल जेल भेजने का आदेश दिया गया।
क्या यह कोई नया मामला है?
अगर इतिहास देखा जाए, तो विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के ऐसे कई मामले पहले भी सामने आए हैं।
- 2022 में भी जमशेदपुर के कई युवाओं से दुबई और कतर में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगे गए थे।
- 2021 में एक अन्य गिरोह ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर फर्जी वीजा और डॉक्यूमेंट्स देकर ठगी की थी।
- विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कोई नया तरीका नहीं है, लेकिन इस तरह के मामलों में ठग हर बार नए तरीके अपनाते हैं।
स्थानीय युवाओं के लिए सबक
यह मामला उन युवाओं के लिए बड़ा सबक है, जो बिना जांच-पड़ताल किए एजेंट्स या कंसल्टेंसी के झांसे में आ जाते हैं।
- विदेश में नौकरी के नाम पर किसी को भी पैसे देने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचना जरूरी है।
- सिर्फ सरकारी और अधिकृत एजेंसियों के जरिए ही विदेश जाने की प्रक्रिया अपनानी चाहिए।
- फर्जी कंसल्टेंसी से बचने के लिए सरकार द्वारा जारी वेरिफिकेशन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करें।
अब आगे क्या होगा?
- जमशेदपुर पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि अन्य ठगी के मामलों की कड़ियां जोड़ी जा सकें।
- ठगी की राशि वसूलने और अन्य पीड़ितों को न्याय दिलाने की कोशिश की जाएगी।
- पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या इस गिरोह के और भी सदस्य देश के अन्य हिस्सों में सक्रिय हैं।
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