Jamshedpur Clash: पारडीह शिव मंदिर के पास दो गुटों में जबरदस्त मारपीट, पुलिस जांच में जुटी
जमशेदपुर के आजादनगर थाना क्षेत्र में पारडीह शिव मंदिर के पास दो गुटों में जमकर मारपीट! जानिए क्या है पूरा मामला और पुलिस क्या कदम उठा रही है?

जमशेदपुर: आजादनगर थाना क्षेत्र के पारडीह शिव मंदिर के पास 21 मार्च की शाम दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस घटना को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना पारडीह शिव मंदिर के पास हुई, जहां पहले मामूली बहस हुई, लेकिन देखते ही देखते यह झगड़ा मारपीट में बदल गया।
पहला पक्ष: धमेंद्र कुमार ने पुलिस को दी गई शिकायत में राकेश रोशन, अन्नू कुमारी और साहिल कुमार पर हमला करने और घायल करने का आरोप लगाया।दूसरा पक्ष: राकेश रोशन ने अपने बयान में धमेंद्र यादव और सुमन देवी पर मारपीट करने और घायल करने की शिकायत दर्ज कराई।
क्या है पुलिस की प्रतिक्रिया?
आजादनगर थाने की पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला आपसी रंजिश और पुरानी दुश्मनी से जुड़ा हो सकता है।
जांच के दौरान इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जाएगी।
पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने की हिदायत दी है।
क्या यह पुरानी रंजिश का नतीजा है?
यह पहली बार नहीं है जब जमशेदपुर के इस इलाके में आपसी झगड़ों ने तूल पकड़ा है।
2023 में इसी क्षेत्र में दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ था, जो बाद में बड़ा विवाद बन गया।
इससे पहले 2022 में भी इलाके में एक मामूली विवाद ने भारी हंगामे का रूप ले लिया था।
अब एक बार फिर 21 मार्च को हुई घटना ने इस इलाके की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोग क्यों हैं परेशान?
इलाके के निवासियों का कहना है कि बार-बार होने वाली ऐसी घटनाओं से माहौल खराब हो रहा है।
स्थानीय लोग पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि छोटी-छोटी बातों पर झगड़े बढ़ रहे हैं, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है।
रात के समय सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग उठ रही है।
पुलिस आगे क्या करेगी?
पुलिस ने दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
यदि जांच में मारपीट की पुष्टि होती है, तो संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई होगी।
पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सबक क्या है?
छोटे विवाद को बढ़ाने से सिर्फ कानून-व्यवस्था खराब होती है।
आपसी झगड़ों को बातचीत से सुलझाना सबसे अच्छा तरीका है।
कानून अपने हाथ में लेने की बजाय पुलिस को सूचना देना बेहतर होता है।
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