Dhanbad Unconscious Passenger : धनबाद में 'ज़िंदा लाश' से दहशत! ट्रेन की सीट पर बेहोश पड़ा मिला यात्री, मोबाइल-पर्स गायब!

क्या आपकी ट्रेन यात्रा भी खतरे में है? धनबाद रेलवे स्टेशन पर एक ईएमयू ट्रेन में बेहोश मिले युवक की पहचान क्यों नहीं हो पा रही? मोबाइल और पहचान पत्र गायब होना किस बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है? जानें यात्रियों की सूझबूझ से बची एक जान और रेल पुलिस की जांच का लेटेस्ट अपडेट!

Oct 24, 2025 - 20:04
 0
Dhanbad Unconscious Passenger : धनबाद में 'ज़िंदा लाश' से दहशत! ट्रेन की सीट पर बेहोश पड़ा मिला यात्री, मोबाइल-पर्स गायब!
Dhanbad Unconscious Passenger : धनबाद में 'ज़िंदा लाश' से दहशत! ट्रेन की सीट पर बेहोश पड़ा मिला यात्री, मोबाइल-पर्स गायब!

धनबाद, 24 अक्टूबर 2025 - झारखंड के धनबाद रेलवे स्टेशन पर आज शुक्रवार को एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने चलती ट्रेन में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता की लहर फैला दी। यात्रियों की सतर्कता और रेल पुलिस की तत्परता से एक अनजान युवक की जान बच गई, लेकिन इस मामले ने कई अनसुलझे सवाल छोड़ दिए हैं जो किसी बड़ी आपराधिक साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।

गया से धनबाद: बेहोशी का रहस्यमय सफर

मामला आसनसोल जा रही एक ईएमयू (EMU) ट्रेन की बोगी का है। ट्रेन में सवार एक युवक अपनी सीट पर बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। रेल पुलिस के अनुसार, युवक गया स्टेशन से ही ट्रेन में चढ़ा था। कई घंटों तक वह एक ही स्थिति में पड़ा रहा, जिससे शुरुआत में अन्य यात्रियों ने उसे गहरी नींद में समझा।

लेकिन जब युवक की ओर से कोई हरकत नहीं हुई, और उसे जगाने की कोशिश के बावजूद उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, तो यात्रियों के बीच खलबली मच गई। सहयात्रियों ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझा और बिना देर किए रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर इस घटना की सूचना दी।

मोबाइल और पहचान पत्र गायब: कहीं 'जहरखुरानी गैंग' तो नहीं?

घटना के बाद जो बातें सबसे अधिक चौंकाने वाली हैं, वे हैं बेहोश युवक के पास से पहचान पत्र और मोबाइल फोन का गायब होना। युवक की शिनाख्त करने के लिए इन दस्तावेजों का न मिलना सीधे तौर पर रेल यात्रियों को निशाना बनाने वाले 'जहरखुरानी गैंग' की संभावित संलिप्तता की ओर इशारा कर रहा है।

रेलवे के इतिहास में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां ये गैंग यात्रियों को दोस्ती के बहाने या अंजान खाने-पीने की चीजों में नशीला पदार्थ मिलाकर उन्हें बेहोश कर देते हैं। बेहोश होने के बाद गैंग उनके कीमती सामान, नकदी और पहचान दस्तावेज लेकर फरार हो जाते हैं। युवक के पास से पहचान और संपर्क के साधन गायब होना किसी बड़ी लूटपाट या हत्या के प्रयास की साजिश का पहलू हो सकता है।

तत्काल कार्रवाई से बची जान, पुलिस की जांच शुरू

सूचना मिलते ही धनबाद स्टेशन पर आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) के अधिकारियों ने अभूतपूर्व तत्परता दिखाई। ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आते ही पुलिस ने बिना एक पल की देरी किए युवक को ट्रेन से उतारा और तुरंत इलाज के लिए रेलवे अस्पताल भेजा। रेल पुलिस का यह त्वरित एक्शन निश्चित रूप से प्रशंसनीय है, जिससे युवक की जान बच सकी।

हालांकि, इस मामले का खुलासा युवक के होश में आने के बाद ही हो पाएगा। आरपीएफ और जीआरपी अब दोनों मिलकर जांच में जुटी हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या बेहोशी की वजह बीमारी है या यह जहरखुरानी का मामला है। यदि यह जहरखुरानी का मामला निकला, तो पुलिस इस गैंग को पकड़ने के लिए गया से धनबाद तक के ट्रेन स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल सकती है।

यह घटना एक बार फिर सभी यात्रियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि ट्रेन में किसी भी अजनबी से कोई भी खाने-पीने की चीज़ लेने से पहले सोचें और अपनी सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहें।

अगर आप ट्रेन में किसी को बेहोश पाते हैं, तो तुरंत 139 पर कॉल करें। आपके अनुसार, जहरखुरानी गैंग को रोकने के लिए रेलवे को क्या कदम उठाने चाहिए? कमेंट में अपनी राय बताएं!

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।