71st National Film Awards 2025 : दिल्ली में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, शाहरुख-रानी ने जीते अवॉर्ड्स, मोहनलाल को लाइफटाइम अचीवमेंट
दिल्ली में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, विक्रांत मैसी और मोहनलाल समेत कई सितारों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया।

दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को भारतीय सिनेमा की दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित समारोह, 71वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, धूमधाम से आयोजित किया गया। इस समारोह में भारत सरकार ने सिनेमा के क्षेत्र में योगदान देने वाले कलाकारों, निर्देशकों और तकनीशियनों को सम्मानित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि यह अवॉर्ड भारतीय सिनेमा की विविधता और गुणवत्ता का प्रतीक हैं।
बड़े नामों का समारोह में समागम
इस बार के नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बॉलीवुड के कई सितारे शामिल हुए। शाहरुख खान को फिल्म 'जवान' के लिए और विक्रांत मैसी को '12वीं फेल' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। खास बात यह रही कि इस बार बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दो अभिनेताओं को साझा रूप से दिया गया।
रानी मुखर्जी ने 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीतकर अपने फैंस को खुश कर दिया। इसके अलावा करण जौहर की 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' को बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड मिला।
साउथ सिनेमा के दिग्गज मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह उनके सिनेमा में वर्षों के योगदान का प्रतीक है।
फीचर और नॉन-फीचर फिल्म्स के विजेता
71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में फीचर फिल्म श्रेणी में कई भाषाओं के फिल्में शामिल थीं।
फीचर फिल्म के प्रमुख विजेता:
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बेस्ट फीचर फिल्म: 12वीं फेल
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बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म: नाल 2 (मराठी)
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बेस्ट डायरेक्शन: सुदीप्तो सेन, द केरल स्टोरी
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बेस्ट स्क्रीनप्ले: रामकुमार बालकृष्णन, बेबी (तेलुगू)
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बेस्ट मेल/फीमेल प्लेबैक सिंगर: रोहित पीवीएनएस और शिल्पा राव
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बेस्ट साउंड डिजाइन (हिंदी): एनिमल
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बेस्ट कॉरियोग्राफी: ढिंढोरा बाजे, वैभवी मर्चेंट (रॉकी और रानी की प्रेम कहानी)
नॉन-फीचर फिल्म्स के विजेता:
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बेस्ट शॉर्ट फिल्म: गिद्ध द स्कैवेंजर (हिंदी)
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बेस्ट डॉक्यूमेंट्री: गॉड वल्चर एंड ह्यूमन (इंग्लिश)
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बेस्ट म्यूजिक नॉन-फीचर: द फर्स्ट फिल्म (हिंदी)
समारोह की विशेष बातें
इस समारोह में जूरी का अध्यक्ष आशुतोष गोवारिकर थे, जो खुद एक प्रतिष्ठित फिल्ममेकर हैं। जूरी ने 332 फीचर फिल्म्स और 115 नॉन-फीचर फिल्म्स का मूल्यांकन किया। 1 अगस्त को अंतिम रिपोर्ट केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन को सौंपी गई, और उसी दिन विजेताओं की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई।
इतिहास और महत्व
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का इतिहास 1954 से शुरू हुआ, और यह भारतीय सिनेमा की उत्कृष्टता का प्रतीक माना जाता है। यह पुरस्कार न केवल कलात्मक उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि फिल्म निर्माण में विविधता, नवाचार और सामाजिक संदेशों को भी बढ़ावा देता है।
71वें संस्करण ने भारतीय सिनेमा की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को बखूबी प्रस्तुत किया। हिंदी, तमिल, तेलुगू, मराठी, मलयालम, बंगाली और अन्य भाषाओं की फिल्में विजेताओं में शामिल रही।
समारोह का समापन और प्रतिक्रियाएँ
विजेताओं ने समारोह में भावनात्मक भाषण दिए। शाहरुख खान और रानी मुखर्जी ने कहा कि यह अवॉर्ड उनकी मेहनत और भारतीय सिनेमा के प्रति उनके प्रेम का सम्मान है। मोहनलाल ने अपने भाषण में सिनेमा की सामाजिक भूमिका और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा देने की बात की।
Delhi Awards 2025 ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सिनेमा केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश और सांस्कृतिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।
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