Giridih Raid : गिरिडीह में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, दो महिलाएं और दो युवतियां हिरासत में
गिरिडीह के सिहोडीह में पुलिस ने सेक्स रैकेट के आरोप में छापेमारी कर दो महिलाओं और दो युवतियों को हिरासत में लिया। मकान से आपत्तिजनक सामग्री और दवाइयां भी बरामद।

Giridih Raid : झारखंड के गिरिडीह जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह स्थित एक मकान में सोमवार देर रात पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में दो महिलाएं और दो युवतियां हिरासत में ली गईं। घटना ने इलाके में सनसनी फैलाई है और पुलिस की सक्रियता की चर्चा हर ओर हो रही है।
संदिग्ध मकान और गतिविधियां
जानकारी के अनुसार, जिस मकान में छापेमारी की गई, वह लेदा निवासी टेकलाल मंडल का है। इस मकान में तीन फ्लैट हैं। दो फ्लैट में परिवार रहते हैं और तीसरे फ्लैट में पिछले एक महीने से आरोपी ठहरे हुए थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मकान में रोज़ाना अनजान पुरुषों का आना-जाना होता था। पड़ोसियों के अनुसार, मकान में रहने वाला युवक खुद को ड्राइवर बताता था, लेकिन उसके व्यवहार में संदिग्ध गतिविधियां लगातार देखी जा रही थीं।
घटना का खुलासा
सोमवार शाम को दो पुरुष मकान में प्रवेश करने आए और एक अन्य व्यक्ति भागने की कोशिश में सफल हुआ। इस संदिग्ध गतिविधि ने पड़ोसियों को सतर्क कर दिया। उन्होंने तुरंत मुफस्सिल थाना पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस महिला टीम के साथ मौके पर पहुंची। मकान का दरवाजा खोलने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। तलाशी के दौरान दो महिलाएं और दो युवतियां हिरासत में ली गईं।
बरामद सामग्री और पुलिस की कार्रवाई
तलाशी के दौरान पुलिस ने कई तरह की दवाइयां और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मकान लंबे समय से सेक्स रैकेट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
मुफस्सिल थाना के अधिकारियों ने कहा कि हिरासत में ली गई महिलाओं और युवतियों से पूछताछ जारी है। इससे पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रैकेट का संचालन किस स्तर पर हो रहा था और अन्य संलिप्त व्यक्ति कौन हैं।
गिरिडीह का अपराध इतिहास
गिरिडीह जिले में पिछले कुछ वर्षों में कई सांठ-गांठ और अपराधिक गिरोहों का खुलासा हो चुका है। यहां पर मानव तस्करी और अवैध रैकेट्स की घटनाओं ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन की सतर्कता बढ़ा दी है।
स्थानीय पुलिस ने ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करने के लिए विशेष टीम बनाई है। यह गिरिडीह के नागरिकों के लिए सुरक्षा का भरोसा भी देता है।
पड़ोसियों और स्थानीय प्रतिक्रिया
इस छापेमारी की खबर फैलते ही पड़ोसियों में हलचल मच गई। कई लोगों ने पुलिस की तारीफ की और कहा कि उनका सतर्क रहना ही इस रैकेट का खुलासा करने में मददगार रहा।
स्थानीय नागरिकों ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में समुदाय की जागरूकता और पुलिस की सक्रियता बेहद जरूरी है। यह घटना साबित करती है कि पड़ोसियों की सतर्कता और पुलिस की तत्परता मिलकर अपराध पर अंकुश लगा सकती है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस हिरासत में ली गई महिलाओं और युवतियों से पूछताछ के बाद मामले की जांच आगे बढ़ाएगी। बताया जा रहा है कि अन्य संलिप्त लोगों की पहचान के लिए फॉरेंसिक और तकनीकी जांच की जाएगी।
मुफस्सिल थाना के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि गिरिडीह जिले में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी अवैध रैकेट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सामाजिक सतर्कता और पुलिस की सक्रियता अपराधियों को सार्वजनिक सुरक्षा से दूर रखने में अहम भूमिका निभाती है।
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