Chaibasa Murder: पति ने भाभी से रचाई शादी, फिर गला रेतकर कर दी हत्या!
चाईबासा में दिल दहला देने वाली घटना, पति ने भाभी से शादी के बाद चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी! जानिए पूरा मामला।

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी का गला रेतकर हत्या कर दी। यह मामला रविवार रात 10 से 11 बजे के बीच मुगा दिधिया गांव में हुआ। पुलिस ने सोमवार सुबह आरोपी पति साबिचन बोबोंगा को गिरफ्तार कर लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कैसे बना प्यार, फिर क्यों किया कत्ल?
यह मामला महज एक पति-पत्नी के झगड़े का नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक चौंकाने वाली कहानी छिपी है।
साबिचन बोबोंगा ने अपनी भाभी से शादी की थी।
उसका बड़ा भाई काफी समय से गांव से बाहर था।
इसी दौरान साबिचन और उसकी भाभी के बीच संबंध बन गए और दोनों ने विवाह कर लिया।
गांव के लोग इस रिश्ते को लेकर पहले से ही चर्चा कर रहे थे।
रविवार रात दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और साबिचन ने गुस्से में चाकू उठाकर पत्नी सुमित्रा बोबोंगा (36) का गला रेत दिया।
गांव में मची सनसनी, पुलिस को आधी रात को मिली सूचना!
गांववालों के मुताबिक, जब घटना हुई, तब सभी लोग सो रहे थे। आधी रात को खबर मिली कि साबिचन ने अपनी पत्नी को मार डाला है। सोमवार सुबह ग्रामीण मुंडा ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू को जब्त कर लिया है।
आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का मानना है कि विवाद किसी घरेलू कारण से शुरू हुआ था।
इतना ही नहीं, एक और चाकूबाजी से दहला इलाका!
रविवार को ही किरीबुरु इलाके में भी एक चाकूबाजी की घटना हुई। चर्च हाटिंग के चंद्रमोहन गोप ने शराब के नशे में करण हेम्ब्रम पर चाकू से हमला कर दिया।
करण हेम्ब्रम झगड़ा छुड़ाने आया था, लेकिन चंद्रमोहन ने उस पर ही चाकू से वार कर दिया।
हमले में करण गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
डॉक्टरों के मुताबिक, अब वह खतरे से बाहर है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, चंद्रमोहन अक्सर अपनी पत्नी के साथ झगड़ा करता था। इस बार भी झगड़ा हो रहा था, लेकिन बीच-बचाव करने आए करण को ही चाकू लग गया।
झारखंड में क्यों बढ़ रही घरेलू हिंसा?
झारखंड में घरेलू हिंसा और हत्याओं के मामलों में इजाफा हो रहा है।
2019 में झारखंड में 500 से ज्यादा घरेलू हत्याएं दर्ज हुईं।
2022 में 700 से ज्यादा ऐसे मामले सामने आए।
झारखंड पुलिस के अनुसार, ज्यादातर हत्याएं नशे, पैसों या आपसी रिश्तों में तनाव की वजह से होती हैं।
अब सवाल ये उठता है कि...
क्या भाभी से शादी करने के बाद भी साबिचन अपनी पत्नी को खुश नहीं रख सका?
क्या घरेलू हिंसा को रोकने के लिए कोई सख्त कानून बनाना चाहिए?
झारखंड में चाकूबाजी की घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं?
पुलिस इन दोनों मामलों की गहनता से जांच कर रही है। लेकिन यह घटनाएं यह साबित करती हैं कि झारखंड में घरेलू हिंसा और आपसी झगड़ों से जुड़े अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।
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